कानपुर। यूपी के कानपुर जनपद में डीआईजी के निर्देशन में नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक जगह पर छापेमारी कर कार्यवाही भी की है। नशे के सौदागरों के खिलाफ पुलिस इस समय एक्शन में है और लगातार नशे के सौदागरों पर लगाम कसने की तैयारी में है।कानपुर शहर में नशे के कारोबार में महिलाओं की अहम् भूमिका रहती है। नौबस्ता और बर्रा थाना क्षेत्र में पुलिस ने छापेमारी कर कर सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जिसमें 4 महिलाएं हैं खास बात यह है यह महिलाएं गांजा चरस की सप्लाई करती हैं और किसी को शक ना हो इसलिए अड्डे बदल बदल कर इस कारोबार को अंजाम देती रहती है।महिलाओं का नशे के कारोबार में होने से पुलिस को भी शक नहीं होत और यह इसी का फायदा उठाती थी। नशे के कारोबार में लिप्त यह महिलाएं अपने पुरुष साथियों के साथ उड़ीसा झारखंड आदि रास्तों से ट्रेन में गांजा चरस ला कर शहर में भेजती थी।
डीआईजी प्रतिन्दर सिंह ने बताया कि एसपी साउथ को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि उनके क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों का कारोबार चल रहा है उन्होंने अपनी टीम को संगठित करते हुए नौबस्ता थाना क्षेत्र में छापेमारी की जिसमें तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और यह लोग पहले भी इस तरह के कारोबार में लिप्त हैं इसमें तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं इनके यहां से भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ और बेचने के बाद जो पैसा था वह डेढ़ लाख रुपए और 8 मोबाइल भी मिले हैं इन से जब पूछताछ की गई थी तो इन्होंने बर्रा में अभी मादक पदार्थ की अड्डा बनाकर बिक्री करते थे वहां भी छापेमारी करते हुए गांजा चरस बरामद किया और पैसे भी बरामद हुआ है इनसे और भी जगह के बारे में जानकारी हुई है उसमें भी गिरफ्तारियां कर कार्रवाई होगी।
इन लोगों ने वह भी अवैध संपत्ति आ बनाई है उसकी भी जांच करेंगे जरूरत पड़ने पर सीज भी करेंगे। अभियुक्तों में महिलाओं का अहम रोल था जो मादक पदार्थों को स्टोर करती थी और उनको छुपाती थी साथ ही उनको छोटे-छोटे पैक में बनाकर बेचना का काम करती थी महिला होने पर इनको आसानी रही थी और किसी को शक भी नही इसी चीज का फायदा उठाकर यह इस धंधे में लिप्त है ये लोग वेस्ट बंगाल उड़ीसा और झारखंड के रास्ते से ट्रेन से यहां मादक पदार्थ मंगवाने के बाद कुछ ठोक में बेचते हैं तो कुछ छोटे छोटे पैकेट बनाकर खुद सेल करते है यह सात आठ जगह से अलग-अलग सेल करते हैं इसमें तीन लोग तो एक ही परिवार के हैं जोकि दो भाई हैं और एक उनकी पत्नी है इनके पास से जो मोबाइल मिले हैं उसकी जांच कर आगे की तस्दीक की जाएगी।
रिपोर्ट- दिवाकर श्रीवास्तव