उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपना रखी है और भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ लगातार सख्त कार्यवाही की जा रही है। योगी सरकार ने अबतक 500 से अधिक अधिकारियों को निलंबित तथा डिमोशन कर दिया है और 250 से अधिक अधिकारियों तथा कर्मचारियों को ढाई वर्ष के भीतर जबरन रिटायर कर दिया है। योगी सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस की नीति 2 सालों से भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो चलाई जा रही है जिसमे बहुत से कड़े फैसले लिए गए हैं।
इस ज़ीरो टॉलरेंस की मुहिम में चाहे कोई बड़ा अफसर हो या छोटा सबके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की गई है और भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर सभी पर कडा प्रहार किया है जिससे योगी सरकार की एक मिसाल कायम हो रही है। दो सालों से चल रही इस नीति में सभी भ्रष्ट अफसरों तथा कर्मचारियों के विरुद्ध डिमोशन, निलंबन तथा जबरन रिटायरमेंट जैसी दंडात्मक कार्यवाही लगातार जारी है।
भ्रष्टाचारी अफसरों पर योगी सरकार एक बार फिर से सख्त
इन विभाग के इतने अधिकारियों पर हुई है दंडात्मक कार्यवाही
- ऊर्जा विभाग के 169 अधिकारी
- गृह ऊर्जा विभाग के 51 अधिकारी
- परिवहन विभाग के 37 अधिकारी
- राजस्व विभाग के 36 अधिकारी
- बेसिक शिक्षा विभाग के 26 अधिकारी
- पंचायती राज विभाग के 25 अधिकारी
- PDW विभाग के 18 अधिकारी
- श्रम विभाग के 16 अधिकारी
- संस्थागत वित्त विभाग के 16 अधिकारी
- वाणिज्य कर विभाग के 16 अधिकारी
- मनोरंजन कर विभाग के 16 अधिकारी
- ग्रामीण विकास विभाग के 15 अधिकारी
- वन विभाग के 11 अधिकारी