उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में एक टेलीकॉम इंजीनियर को प्यार करने की बड़ी सज़ा मिली और उसको दूसरा निकाह करना महंगा पड़ गया। दूसरी पत्नी के घरवालों ने इस टेलीकॉम इंजीनियर को गले में पट्टा पहनाकर बुरी तरह पीटा और कुत्ते की तरह भोंकने के लिए कहा। इस पूरे मामले का वीडियो वायरल हुआ है जिसमे कुछ लोग उसे पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो को मई 2019 में बनाया गया था।
पीड़ित इंजीनियर का नाम इकरामुद्दीन है जो शनिवार को ग़ाज़ियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के दफ्तर पहुंचा और पुलिस से इन्साफ करने की मांग किया। इकरामुद्दीन ने कहा कि वह पिछले साल से थाने के चक्कर लगा रहा है लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। इसके बाद एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इस मामले की पूरी जांच इंदिरापुरम के सीओ अंशु जैन को सौंप दिया है। इकरामुद्दीन मसूरी का निवासी है और पहली पत्नी से उसके 4 बच्चे भी हैं। साल 2018 में उसे एक युवती से प्रेम हो गया और इन दोनों ने कोर्ट में जाकर विवाह कर लिया।
गाजियाबाद के एसएसपी पर लगा भ्रष्टाचार का आऱोप
पीड़ित इकरामुद्दीन का कहना है कि डेढ़ महीने साथ गुज़ारने के बाद दूसरी पत्नी की माँ की बिमारी की खबर मिली तो उसने पत्नी को मैके भेज दिया। इकरामुद्दीन ने दूसरी पत्नी के घरवालों पर आरोप लगते हुए कहा कि 16 मई 2019 को वह उसके घर में घुसे और अगवा करके ससुराल ले गए जिसके बाद उसके गले में पट्टा पहनाकर बुरी तरह से पीटा और गालियां देते हुए उसको कुत्ते की तरह भोंकने के लिए भी कहा। उसके ससुरालवालों ने इस पुरे मामले का वीडियो भी बना लिया। पीड़ित इकरामुद्दीन ने बताया कि ससुराल से अपनी जान बचाकर भागने के बाद वह 4 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा और इसके बाद वह 22 मई 2019 को एसएसपी ऑफिस शिकायत करने के लिए गया।
पुलिस ने इकरामुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया और पत्नी से बलात्कार के आरोप में उसे 6 महीने तक जेल की सज़ा काटनी पड़ी। जेल से रिहा होने के बाद उसने कई बार पुलिस में शिकायत किया लेकिन इसका कोई फ़ायदा नहीं हुआ। कुछ समय के बाद इकरामुद्दीन को उसकी पिटाई वाला वीडियो मिला जिसे लेकर वह शनिवार को एक बार फिर एसएसपी के दफ्तर पहुँचा साथ ही मानवाधिकार आयोग में भी इसकी शिकायत किया है।
Circle officer Prabhat Kumar says, "An order has been issued for registration of FIR in the matter. Strict action will be taken against the culprits. We are investigating the matter". https://t.co/oqU5SIpdzF pic.twitter.com/TSzufWIyKf
— ANI UP (@ANINewsUP) February 23, 2020
इकरामुद्दीन ने आरोप लगते हुए बताया है कि मसूरी थाने में तैनात एक पुलिसकर्मी उसके ससुराल वालों का रिश्तेदार है और उसने उसे मरवा देने की धमकी दिया व दूसरी पत्नी के बयानों को भी बदलवा दिया। इन्ही बयानों के आधार पर उसको जेल भेज दिया गया था जहाँ उसने 6 महीने तक सज़ा काटी। पूरे मामले की जांच करने के लिए डीएसपी अंशु जैन को जांच सौंप दी गई है और हर तरह से जांच करके रिपोर्ट मांगी गई है। सर्कल अधिकारी प्रभात कुमार का कहना है कि “मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए एक आदेश जारी किया गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम मामले की जांच कर रहे हैं”।