महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर जब कोई भी तस्वीर साफ़ नहीं दिखाई पद रही थी तब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी इसके पश्चात राष्ट्रपति ने भी इस सिफारिश पर मुहर लगा दी। और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। और इसके बाद जहाँ कांग्रेस ने राज्यपाल को केंद्र सरकार की कठपुतली बताया वहीं शिवसेना ने आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इस फैसले को लेकर नेताओं की अलग – अलग प्रतिक्रियाएं हैं।
इस फैसले पर दिग्विजय सिंह का बयान आया –
इस फैसले को लेकर जहाँ नेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं हैं वहीं दिग्विजय सिंह का कहना है की महाराष्ट्र में तो राज्यपाल ने प्रक्रिया को बिगाड़ा है, क्यूंकि शाम तक समय होने पर भी राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया।उन्होंने अमित शाह को कहा की वह चुप हैं इसका मतलब की 50-50 की बात हुई थी फिर तो शिवसेना के साथ गलत हुआ है।
अयोध्या मामले पर भी बोले दिग्विजय –
अयोध्या मामले पर बात करते हुए दिग्विजय ने ये कहा है की, काफी समय से विवाद चल रहा था, 1984 के बाद बीजेपी को राम जन्म भूमि की याद आयी।
कांग्रेस पहले से कह रही थी की सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानेंगे और कांग्रेस ने इसे माना भी है।