प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल लोक सभा में बताया की ‘माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सरकार ने राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण के लिए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन करने का फैसला किया है। साथ ही अयोध्या में ही सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है।’ अब अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण का कार्य तेज़ी से होगा। बता दें मंदिर निर्माण के लिए 30 सालों से लगातार तैयारियां की जा रही थी। अयोध्या में श्री राम के भव्य मंदिर के लिए पिछले 3 दशकों से पत्थरों को तराशा जा रहा था। इस मंदिर का निर्माण सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर किया जायेगा। इसलिए श्री राम मंदिर में स्टील आदि का उपयोग नहीं होगा।
श्री राम मंदिर
➤ अयोध्या में श्री राम मंदिर की लम्बाई 270 फुट, चौड़ाई 140 फुट और उचाई 141 फुट होगी।
➤ श्री राम मंदिर 2 मंजिल का होगा और मंदिर में प्रवेश के लिए 5 दरवाज़े होंगे।
➤ नीचे रामलला की मूर्ति होगी और ऊपर रामदरबार होगा।
➤ पूरे मंदिर में 330 बीम,नीचे 212 पिलर और ऊपर 106 पिलर होंगे।
➤ मंदिर के एक पिलर में 16 देवी देवताओं की मूर्तियां होंगी।
➤ श्री राम मंदिर अष्ट कोणीय होगा जोकि श्री विष्णु भगवान को बहुत पसंद होता है।
➤ श्री राम मंदिर का डिजाइन अहमदाबाद के रहने वाले चंद्रकांत सोमपुरा ने तैयार किया है।
चंद्रकांत सोमपुरा एक आर्किटेक्ट है और ये 30 सालों से राम मंदिर निर्माण के लिए कार्य कर रहे है। चंद्रकांत सोमपुरा के दादा ने सोमनाथ मंदिर के डिजाइन को बनाया था। मंदिर के निर्माण और उससे जुड़े हुए अन्य सभी कार्यों के लिए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया है। इस ट्रस्ट में 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य होंगे। मंदिर से जुड़े सारे फैसले ये ट्रस्ट ही लेगा और इसमें सरकार का कोई दखल नहीं होगा।