उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 27 दिसंबर को नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) को लेकर हिंसात्मक प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं। इसके अलावा मोबाइल द्वारा मैसेज (SMS) भी नहीं भेजे जा सकेंगे। राजधानी लखनऊ में केवल बीएसएनएल की इंटरनेट सेवाएं चलती रहेंगी। यह फैसला जुमे की नमाज़ के मद्देनज़र लिया गया है। दरअसल पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद अचानक लोग हिंसा पर उतर आये थे जबकि जुमे से पहले तक शांति का माहौल बना हुआ था।
Uttar Pradesh Govt: Mobile Internet services and sms messages of all mobile service providers except BSNL to remain suspended in Lucknow on 27th December.
— ANI UP (@ANINewsUP) December 27, 2019
प्रदेश भर के कई ज़िलों में सीएए को लेकर गुरुवार से रात के 9:00 बजे से लेकर शुक्रवार को रात के 9:00 बजे तक जुमे की नमाज़ के मद्देनज़र मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इन ज़िलों में बिजनौर, शामली, संभल, कानपुर, अलीगढ़, सीतापुर, सहारनपुर, बुलंदशहर, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर शामिल हैं। प्रदेश सरकार ने एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया है।
CAB-NRC विरोध-अलर्ट जारी, आज शाम पांच बजे तक मेरठ में इंटरनेट सेवा भी बंद
उत्तर प्रदेश के मेरठ में डीआईजी दफ्तर के अंदर सोशल मीडिया लैब है जिसके द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सोशल मीडिया पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। पुलिस ने मेरठ की सभी मस्जिदों की सूचि बनाई है और अतिसंवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनी तैनात कर दी गई हैं। प्रदेश भर में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी जुमे की नमाज से पहले लोगों से शांति की अपील किया है। पुलिस सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गश्त कर रही है और ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।