रायबरेली शहर को सुंदर, स्वच्छ व इको फ्रेंडली बनाने की कवायद जिलाधिकारी ने बड़े जोर शोर से शुरू कर दी है। इसी क्रम में आला अधिकारियों के दल के साथ चौराहों का निरीक्षण जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने किया।
निरीक्षण के दौरान चोक पड़े नालों को देखकर जिलाधिकारी भड़क उठे और उन्होंने उससे संबंधित अधिकारियों की जमकर फटकार लगाई और तत्काल इंटरकनेक्टिंग प्रक्रिया शुरू करके नालों को साफ करने का निर्देश भी दिया। शहर के सिविल लाइन, मोटल चौराहे सहित सभी चौराहों के सुंदरीकरण के लिए कार्य योजना तैयार हो चुकी है।
शहर को स्वच्छ सुंदर व इको फ्रेंडली बनाने के लिए जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने एक नई पहल शुरू की है। जिसमें शहर के सभी चौराहों को इको फ्रेंडली व सुंदर बनाया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से भी चौराहों को व्यवस्थित करने की कार्य योजना बना ली गई है। उसी क्रम में शहर के सभी चौराहों जैसे घंटाघर, सिविल लाइन ,डिग्री कॉलेज, मोटल चौराहा, त्रिपुला चौराहा सहित सभी चौराहों का पूरे दलबल के साथ निरीक्षण किया
साथ ही मातहतों को तत्काल काम शुरू करवाने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने एक नई पहल शुरू की है। जिसमें समाजसेवियों, व्यापारियों व उद्योगपतियों से आगे बढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। चौराहों को देखकर सुंदरीकरण का पूरा जिम्मा इन लोगों को देने का ऐलान भी जिलाधिकारी ने कर दिया है।
जिलाधिकारी ने लिया जिले को स्वच्छ बनाने का बीड़ा
अपनी देखरेख में पूरे शहर को स्वच्छ बनाने का बीड़ा वैभव श्रीवास्तव ने उठाया है। बताते चलें कि जनपद को वीआईपी दर्जा पहले से ही मिल चुका है और सोनिया गांधी जैसी शख्सियत यहां की सांसद है, बावजूद इसके शहर वीरान जैसा दिख रहा था लेकिन जिलाधिकारी की इस पहल से वीआईपी दर्जा साकार होता दिख रहा है।
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वहीं जिला अधिकारी की माने तो यहां पर जो हमारा सिविल लाइन चौराहा है। उसके सौंदर्यीकरण का काम शुरू कराया जाना है। एनएचआई द्वारा जो काम हुए है उनमें कुछ कमियां रह गई हैं उनको भी सही करने के निर्देश दिए गए हैं। नाले यहां पर बन गए हैं लेकिन आपस में इंटरकनेक्टेड नहीं है। एनएचआई के अधिकारी व कांट्रेक्टर को बोला जा रहा किसको इंटरकनेक्ट कर सही कराएं। एंक्रोचमेंट को हाईकोर्ट के आदेश पर खाली कराया जा चुका है।