डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें ?

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डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना उन छात्रों के लिए जरुरी है, जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। लेकिन ज्यादातर छात्रों को जानकारी नहीं होती कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें? लेकिन आपको यहाँ पर इसके बारे में पूरी जानकारी हमने दी है।

पढ़ाई हर किसी के लिए जरुरी है। क्योंकि इसी के माध्यम से व्यक्ति अपने आप को बेहतर बनाता है और वो सब प्राप्त कर सकता है जो वो पाना चाहते है। लेकिन भारत में कई विद्यार्थियों की पढ़ाई किसी न किसी कारणवश रुक जाती है। कई बार ऐसा भी होता है कि विद्यार्थी पढ़ना चाहता है लेकिन पैसों की कमी के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर पाता है।

इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ छात्र नौकरी और पढ़ाई दोनों करने की सोचते हैं और बहुत से छात्र ऐसा करते भी है। ऐसा करना उन छात्रों के लिए सही भी है, क्योंकि इससे उनकी आर्थिक समस्या दूर होती है और पढ़ाई भी नहीं रूकती है। इसे ही डिस्टेंस लर्निंग कहते है।

अब अगर आप सोच रहे हैं कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें, तो आपको ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं है। इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे कर सकते हैं, इसके लिए किन चीज़ों की आवश्यकता होगी। ऐसे कई सवालों का हम आपको यहां जवाब देंगे तो इसे पूरा देखें।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन क्या है ?

12th pass होने के बाद ग्रेजुएशन हर किसी को करना ही होता है। लेकिन पैसों की कमी की वजह से भारत में ज्यादातर छात्रों की पढ़ाई छूट जाती है। पर ग्रेजुएशन करने के इच्छुक छात्र या छात्राएं कॉलेज और विश्वविद्यालय में प्रतिदिन जाये बिना अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते है।

जिसे डिस्टेंस लर्निंग कहा जाता है। इसमें छात्रों को कॉलेज जाने की जरूरत नहीं पड़ती है, वह घर रहकर ही पढ़ाई कर सकते हैं। डिस्टेंस लर्निंग में छात्रों को ऑनलाइन बिना किसी समय के बंदिश के पढ़ाई करने की सुविधा दी जाती है।
डिस्टेंस लर्निंग में छात्र जिस भी कोर्स को कक्षा बारहवीं के बाद करना चाहते हैं, उन्हें वो सभी ग्रेजुएशन कोर्स करने की सुविधा दी जाती है।

इस प्रोग्राम में अप्लाई करने के बाद बुक्स को पढ़ने के लिए विद्यार्थियों के घर पर डाक द्वारा भेजा जाता है। कई यूनिवर्सिटी द्वारा छात्रों को ऑनलाइन लर्निंग टुटोरिअल भी उपलब्ध करवाये जाते है। इसी के साथ डिस्टेंस लर्निंग में असाइनमेंट बनाके भेजना होता है। परीक्षा का समय आने पर उन्हें यूनिवर्सिटी द्वारा बता दिया जाता है और छात्रों को सिर्फ Exam देने जाना होता है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन इसलिए जरूरी

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन उन छात्रों के लिए जरुरी है जिनके घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है और उन्हें किसी भी हाल में जॉब करना ही है।

» डिस्टेंस लर्निंग से आप अपने जीविका को चलाने के साथ ही आगे की पढ़ाई को जारी कर सकते है।
» डिस्टेंस लर्निंग ग्रेजुएशन की डिग्री भारत के मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के द्वारा दिया जाता है, जिसकी मान्यता पूरे देश मे होती है।
» इसमें आपको रोजाना कॉलेज जाने की जरूरत नहीं होती है, ऑनलाइन या ट्यूशन के माध्यम से कोर्स को पूरा कर सकते है।
» किसी कारणवश पढ़ाई बीच मे रुकी है तो आप अपने से कम उम्र के बच्चों के साथ बिना बैठे पढ़ाई कर सकते है।
» ऐसी जगह जहां प्राइमरी स्कूल के अलावा कोई विद्यालय नहीं है, ऐसे क्षेत्रों से दूर दराज गांव और कस्बों मे रहने वाले बच्चे भी अपनी ग्रेजुएशन को कम्प्लीट कर सकते है।
» यदि आप किसी कंपनी में जॉब करते है और आपकी प्रमोशन सिर्फ ग्रेजुएशन की डिग्री न होने की वजह से रुकी हुई है तो आप डिस्टेंस एजुकेशन को अपनाकर अपने भविष्य को बेहतर बना सकते है।
» अगर किसी वजह से आपने पहले और दूसरे साल के ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है और तीसरा साल छोड़ दिया है तो उसके लिए भी आप केवल 1 साल मे तीसरे साल की डिग्री प्राप्त कर सकते है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें ?

डिस्टेंस लर्निंग करने के लिए आपको पहले 12th पास करनी होगी। बारहवीं तक छात्र को पढ़ाई स्कूल जाकर ही करनी होती है। इसके बाद जब आप ग्रेजुएशन करना चाहते है तो आपको डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करवाने वाली यूनिवर्सिटी के नाम और उनके द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले कोर्स के बारे में पता होना चाहिए। इन दोनों की जानकारी हमने नीचे दी है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करके आप अपनी पढ़ाई को पूरा करके कहीं भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते है। भारत मे अच्छे-अच्छे मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय है जो डिस्टेंस लर्निंग से डिग्री को देते है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटी

Top Universities for Graduation in Distance Learning

अगर आप भी भारत में डिस्टेंस एजुकेशन करना चाहते हैं तो हम आपको यहां पर कुछ यूनिवर्सिटी के बारे में बताएंगे जहां से आप डिस्टेंस लर्निंग कर सकते हैं। बता दें, भारत में डिस्टेंस लर्निंग के 111 संस्थान मौजूद है, लेकिन हम आपको उनमे से कुछ ही यूनिवर्सिटी के बारे में बताने वाले हैं।

  1.  Indira Gandhi National Open University (IGNOU)
  2. Symbiosis Center for Distance Learning
  3. Yashwantrao Chavan Maharashtra Open University(YCMOU)
  4. Maharishi Dayanand University
  5. School of Open Learning (Delhi University)
  6. Netaji Subhash Open University
  7. Madhya Pradesh Bhoj Open University
  8. Karnataka State Open University
  9. Dr. Bhim Rao Ambedkar Open University
  10. Tamil Nadu Open University
  11. Sikkim Manipal University (SMU DDE)
  12. Annamalai University (DDE)
  13. Karnataka State Open University
  14. University of Mumbai (IDOL)
  15. Acharya Nagarjuna University (CDE)
  16. Kurukshetra University (DDE)
  17. Nalanda Open University
  18. Kakatiya University (SDLCE)
  19. Uttarakhand Open University
  20. UP Rajarshi Tandon Open University
  21. Vardhman Mahaveer Open University, Kota

डिस्टेंस लर्निंग से जुड़े ग्रेजुएशन के कोर्स

Graduation courses related to distance learning

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए कॉलेज द्वारा कौन-कौन से कोर्स दिए जाते हैं, इनके बारे में हम यहां पर बता रहे हैं। इसमें केवल ग्रेजुएशन की डिग्रियों के बारे में बताया जा रहा है। ये सभी डिग्रियां under graduate (UG) के अंतर्गत आती है।

  1. Bachelor of Arts (BA)
  2. Bachelor Of Education
  3. Bachelor Of Law
  4. Bachelor of Commerce (BCom)
  5. Bachelor of Science (BSc)
  6. Bachelor of Computer Application (BCA)
  7. Human Resource Management
  8. Bachelor of Business Administration (BBA)
  9. Bachelor Of Journalism And Mass Communication
  10. Master Of Science In Applied Psychology

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन के लिए योग्यता

सरकारी नौकरी हो या प्राइवेट, दोनों में ग्रेजुएशन की डिग्री मांगी जाती है। जिस वजह से ग्रेजुएशन करना व्यक्ति के लिए अनिवार्य हो गया है। अगर आप नौकरी करते हुए डिस्टेंस लर्निंग करना चाहते है तो उसके लिए कुछ योग्यता निर्धारित की गयी है।

डिस्टेंस लर्निंग सी ग्रेजुएशन के लिए ओपन यूनिवर्सिटी मे आवेदन करने के लिए 10+2 की मार्कशीट होनी आवश्यक है। इसके अलावा आपके पास मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और अड्रेस प्रूफ होना चाहिए। इन सबके अतिरिक्त आपको और कोई डाक्यूमेंट्स की जरुरत नहीं पड़ेगी। डिस्टेंस लर्निंग में आयु की कोई सीमा निर्धारित नहीं की गयी है।

डिस्टेंस एजुकेशन के फायदे

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन के फायदे क्या है शायद अब आप समझ गए होंगे। अगर अभी भी आपको समझ नहीं आया है तो हमने नीचे कुछ पॉइंट्स में बताया है। आप इन्हे पढ़कर और जानकारी ले सकते है।

  1. डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने से प्रतिदिन कॉलेज जाने की जरुरत नहीं होती है।
  2. डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन में छात्र नौकरी करते हुए अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते है।
  3. रेगुलर छात्र व छात्रों की अपेक्षा डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों की कम फीस देनी होती है।
  4. यूनिवर्सिटी ऐसे छात्रों को ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए पूरा सपोर्ट देती है।
  5. डिस्टेंस लर्निंग के द्वारा पूर्ण की गयी ग्रेजुएशन की डिग्री की मान्यता रेगुलर छात्रों की डिग्री के बराबर ही होती है।

डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन के नुकसान

  1. डिस्टेंस एजुकेशन में क्लास न जाने के कारण सामाजिक संपर्क का अभाव होता है, यानि घर पर रहकर पढ़ने से लोगों से मिलने जुलने का अवसर कम मिलता है।
  2. घर पर पढ़ाई करने की वजह से अध्यापक और सहपाठियों से ताल-मेल बैठाने में समस्या आती है।
  3. डिस्टेंस एजुकेशन में भटकने का हमेशा डर रहता है। क्योंकि इसमें किसी का कोई दबाव नही होता। इसीलिए इसमें खुद पर अनुसाशन रखना ज़रूरी है।
  4. डिस्टेंस एजुकेशन में ज्यादातर ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई होती है। इस वजह से आँखों पर भी जोर पड़ता है।
  5. घर पर पढ़ाई के दौरान कोई सवाल मन में आने पर अध्यापक से नहीं पूछा जा सकता है।
Conclusion

इस पोस्ट में हमने जाना कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें, डिस्टेंस एजुकेशन के फायदे, नुकसान क्या है। इसके साथ ही तमाम जानकारियां हमने इसमें दी हुई है। इसके बाद भी यदि कोई सवाल है तो कमेंट कर उसे पूछ सकते हैं।

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