बाराबंकी:। पसमांदा मुस्लिम समाज आज सरकार की हठधर्मिता से नाराज होकर आन्दोलन के मूड में दिखाई दिया और एक आवाज पर इसके कार्यकर्ता 80 गांवों में धरने पर बैठ गए । पसमांदा मुस्लिम समाज की काफी दिनों से पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमें में फंसाये गए उनके कार्यकर्ताओं को न्याय मिलने की माँग सरकार से कर रहा है । आज न्याय न मिलने से यह समाज आर – पार की लड़ाई के मूड में आ गया और सरकार से जल्द न्याय देने की माँग करने लगा ।
पसमांदा मुस्लिम समाज के बाराबंकी कार्यालय पर इस समाज के लोग धरने पर बैठ गए और इनकी एक आवाज पर जनपद के 80 गाँवों में धरना शुरू हो गया । इस समाज के लोग लम्बे समय से अपने कार्यताओं को पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमें में फंसाये जाने की निष्पक्ष जाँच की मांग कर रहे थे । इनके समर्थन में कई भाजपा विधायक और सांसद ने भी मुख्यमंत्री से मांग कर न्याय दिलाने हेतु पुलिस के अतिरिक्त किसी अन्य एजेन्सी से जांच कराए जाने की मांग भी की मगर जब न्याय में अत्यधिक देरी होने लगी तो इस समाज के सब्र का बाँध टूट गया और यह आन्दोलन को बाध्य हो गए ।
धरने के नेतृत्व कर रहे पसमांदा मुस्लिम समाज के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद वसीम राईन ने कहा कि हम सरकार से लम्बे समय से माँग कर रहे है कि इस महामारी के दौरान उनके कार्यकर्ताओं का जो उत्पीड़न हुआ है और जो फ़र्ज़ी मुकदमें दर्ज किए गए है वह काफी गम्भीर है , हमारे जिलाध्यक्ष नसरुद्दीन को पुलिस ने एनडीपीएस में बन्द कर दिया जबकि वह पूरी तरह से निर्दोष था , इन सब मुकदमें की निष्पक्ष जाँच की जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को सज़ा दी जाए।
उनके इस अभियान में भाजपा सांसद सहित 4 विधायकों ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पुलिस के अतिरिक्त किसी अन्य एजेन्सी से जाँच कराये जाने की मांग की है । लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांग को अनसुना किये जाने के कारण न्याय में विलम्ब हो रहा है । इस लिए सरकार का ध्यान एकबार फिर आकृष्ट करने के लिए हम जनपद के 80 गांवों में धरने पर बैठे है । हमारे इस अभियान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भी सहयोग कर रही है अगर शीघ्र हमारी मांगों की ओर ध्यान नही दिया गया तो आगे बड़ा आंदोलन करने को वह बाध्य होंगे।
रिपोर्ट :- अजय वर्मा।