आज गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में टीम 11 के साथ बैठक में विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों और श्रमिकों को सुरक्षित घर पहुंचाने को लेकर चर्चा की। बता दे इससे पहले 28-29 मार्च को दिल्ली से 4 लाख, हरियाणा, राजस्थान से 50000 प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया गया था।
अब बाकी बचे श्रमिकों और कामगारों की घर वापसी के लिए योगी सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर इन सभी का नाम, पता, मोबाइल नंबर के साथ मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। सरकार ने 29 मार्च को ही नोडल अधिकारी के तौर पर इस काम के लिए एक आईएएस और एक आईपीएस अफसर को तैनात किया था और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को यूपी के प्रवासियों को सहयोग करने के लिए कहा था।
छात्रों, कामगारों और श्रमिकों को पहुंचाया गया घर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर अभी तक लाखों श्रमिकों और कामगारों की घर वापसी का कार्य किया जा चुका है। इसके साथ ही राजस्थान के कोटा में फसे 11500 छात्रों को मेडिकल जांच के बाद घर पहुंचा कर क्वॉरेंटाइन किया गया है और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से 15000 छात्रों को उनके गृह जनपद भेजने का काम किया गया है। आज मध्य प्रदेश से और कल गुजरात से श्रमिकों और कामगारों को वापस लाने का काम किया जाएगा।
सीएम योगी की अपील
सीएम योगी ने सभी प्रवासियों से भावुक अपील की है कि “वह राज्य सरकारों के संपर्क में रहें। सभी को घर तक सुरक्षित पहुंचाने की विस्तृत कार्य योजना तैयार हो रही है। इसलिए जहां है, वहीं रहे और पैदल यात्रा ना करें।” मालूम हो लॉक डाउन के बाद लाखों श्रमिक पैदल ही अपने घर पहुंचने के लिए रवाना हुए थे। इनकी परेशानी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत बसों के द्वारा घर पहुंचाने का आदेश दिया था। जिसके बाद कई कामगारों और श्रमिकों को घर पहुंचाया जा चुका है और अब बाकी बचे