पड़ोसी देश नेपाल में बीते सोमवार को बादल फटने से जल सैलाब का खतरा अब लखीमपुर में भी बढ़ गया है। जहां उत्तराखंड के बनबसा बैराज से लाखों क्यूसेक पानी लखीमपुर खीरी के लिए रिलीज किया गया। वही जिले की मुख्य नदियां जिनमें घाघरा और शारदा नदियों का जलस्तर इतना बढ़ गया है की नदियां अब उफान पर बह रही हैं।
इसके बाद इस पानी को रिलीज करने के लिए शारदा बैराज से 1 लाख 70 हज़ार क्यूसेक पानी रिलीज़ किया गया है। घाघरा नदी से 1 लाख 88 हज़ार क्यूसेक पानी रिलीज़ हो रहा है। जिसको देखते हुए जिला अधिकारी खीरी अरविंद कुमार चौरसिया ने 31 अगस्त को जिले के सभी निचले इलाकों मे रहने वाले लोगों को अलर्ट करते हुए सूचित किया है कि वह अपना स्थान छोड़कर कहीं सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं।
UP : बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुंचे जल शक्ति बाढ़ नियंत्रण मंत्री
जहां डेढ़ से दो फीट तक पानी बढ़ने की संभावना रातों रात बन सकती है, इसके लिए सभी गांव में मुनादी कराई जा रही है। यह पानी सोमवार शाम से बढ़ना शुरू होगा और सुबह 1 सितम्बर तक बढ़ेगा, जिसको लेकर जिला प्रशासन ने अपनी कमर कस ली। तराई की तलहटी में बसा जिला खीरी हर वर्ष यूही बाढ़ की भेंट चढ़ता हैं और बर्बादी की कगार पर पहुंच जाता है।