भारत में चीनी एप्लीकेशंस को बैन करने के बाद अब भारत हाईवे प्रोजेक्ट में भी चीनी कंपनियों को बैन कर सकता है। इसकी जानकारी खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी। नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में चीनी कंपनियों को राजमार्ग परियोजनाओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी और अगर कोई चीनी कंपनी ज्वाइंट वेंचर के रास्ते राजमार्ग परियोजना में एंट्री की कोशिश करेगी तो उसे भी रोक दिया जाएगा। इसके साथ ही सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों में भी चाइनीज कंपनियों को बैन किया जाएगा।
मालूम हो इससे पहले रेलवे ने रेल मार्ग निर्माण के लिए दिए गए चीनी कंपनियों के ठेके को रद्द कर दिया था और 2 दिन पहले ही 59 चाइनीज एप्लीकेशंस को बैन किया गया है और अब राजमार्ग परियोजनाओं से भी चीन को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी की जा रही है। कुल मिलाकर भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार एक के बाद एक चीन को झटके दे रही है।
कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा था कि कोरोनावायरस के संकट ने हमें एक चीज सिखाई है कि हमें किसी चीज के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं होना चाहिए। इसलिए सरकार अब देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य करेगी।
15 और 16 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से देश में चीन के खिलाफ काफी आक्रोश देखने को मिला। जिसके बाद से चीनी सामान को बैन करने की मांग होने लगी। अब सरकार भी देश की आवाज को सुनते हुए चाइनीज चीजों पर प्रतिबंध लगा रही है।