उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक समाजसेवी संस्था के युवक ने गुरुवार को कुछ अलग ही अंदाज़ में अपना विवाह रचाया। यह युवक अपनी दुल्हन को लेकर सीताकुंड घाट पहुंचा और यहाँ पर आदि गंगा गोमती के बीच में नाव पर सवार होकर बिलकुल अनोखे तरीके से अपनी शादी किया है। घाट पर मौजूद तमाम लोगों ने युवक की इस अनोखी पहल का तालियां बजाकर स्वागत किया। यह मामला राजधानी लखनऊ के दरियापुर इलाके का है। यहाँ पर रहने वाले अनुराग गुप्ता तथा मिर्ज़ापुर की रहनेवाली कंचन गुप्ता के विवाह का सारा कार्यक्रम एक मैरिज लान में था जहाँ पर सभी बारातियों और घरवालों के भोजन आदि का इंतज़ाम किया गया था।
इन सभी से अलग अनुराग गुप्ता ने गोमती नदी के सीताकुंड तट पर गुरुवार के दिन अपनी शादी का मंडप बनवाया और अपने सभी बारातियों को हरे रंग का पहनाकर बरात लाए व इससे हरियाली का सन्देश दिया। दूल्हा अनुराग गुप्ता तथा दुल्हन कंचन गुप्ता ने अपने सभी परिवार वालों की मौजूदगी में एक नाव पर सवार होकर गोमती नदी के बीच में जाकर एक दूसरे के गले में वरमाला पहनाया और विवाह संपन्न किया। रात के समय इस विवाह को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग इकठ्ठा हुए थे। अनुराग ने ने अपनी शादी का कार्ड भी बिलकुल अलग बनवाया था।
समस्याओं का समाधान ना होने से परेशान होकर टंकी पर चढ़े युवक
इस अनोखी शादी को देखकर शहर के लोग काफी प्रभावित हुए और इससे प्रेरणा लेने की बात भी कही। नवदंपती को आशीर्वाद देने के लिए इस अवसर पर सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता सीताकुंड घाट पर पहुंचे हुए थे। विवाह संपन्न होने के बाद अनुराग गुप्ता ने कहा कि आज कल होने वाली महगी शादी से लड़की का बाप पूरी तरह से टूट जाता। समाज में लड़कियों को लेकर बहुत साड़ी कुरीतियां फैली हुई हैं और उन के लिए बस यह एक छोटी सी पहल है। अनुराग ने साथ ही लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार की शादी सभी लोग करें ताकि कोई बेटियों को बोझ न समझे।