देश की राजधानी दिल्ली खतरे में है क्योकि वहाँ का भूजल स्तर लगातार गिरता चला जा रहा है।इस बारे में आज लोकसभा में चिंता व्यक्त करते हुए लोकसभा सदस्य रमेश बिधूरि ने कहा की दिल्ली की नकारात्मक सरकार ने इस विषय पर कोई निर्णायक कदम नही उठाया है।
उन्होंने कहा की आज लोकसभा में यह एक चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने दिल्ली पर मडरा रहे इस खतरे से बचाने के लिए केंद्र सरकार से निवेदन किया कि दिल्ली सरकार को निर्देश करे कि रेन वॉटर हार्वेस्टिंग व दिल्ली के गाँवों में स्तिथ लगभग 300 जोहड़ (तालाब) का जीर्णोद्धार किया जाए। जिससे भूजल स्तर बड़े।
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आपको बता दे की दिल्ली में न तो पिने के लिए स्वच्छ पानी है और न ही जीने के लिए स्वच्छ वायु है। अब इस पर सवाल यह उठता है की आखिर सरकार कर क्या रही है?आखिर कब तक दिल्ली के लोगो को ऐसे ही घुट-घुट कर जीना पड़ेगा ?जैसा की आप सब जानते है की बल वॉर्मिंग के चलते देश ही नहीं पूरी दुनिया संकट के दौर से गुजर रही है। इसके चलते बढ़ता प्रदूषण और जल संकट लगातार लोगों के लिए सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा है।
आज लोकसभा में दिल्ली के लगातार गिरते भूजल स्तर पर चिंता कर केंद्र सरकार से निवेदन किया कि दिल्ली कि सोई हुई सरकार को निर्देश करे कि रेन वॉटर हार्वेस्टिंग व दिल्ली के गाँवों में स्तिथ लगभग 300 जोहड़ (तालाब) का जीर्णोद्धार किया जाए जिससे भूजल स्तर बड़े। pic.twitter.com/jczeCdboOg
— Ramesh Bidhuri (@rameshbidhuri) December 3, 2019
प्राकृतिक जल स्रोतों के नष्ट होने से दिल्ली एनसीआर में पेयजल संकट बढ़ता जा रहा है। नदियों में जरूरत के मुताबिक पानी उपलब्ध नहीं है और मांग बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि दिल्ली में इन दिनों करीब 270 एमजीडी पानी की कमी है। दरअसल भूजल दोहन अधिक व रिचार्ज कम होने से यहां के ज्यादातर इलाकों में भूजल स्तर हर साल 0.5-2 मीटर नीचे गिर रहा है।