उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पीपीएस एसोसिएशन ने मंगलवार को शाम 6:00 बजे पुलिस ऑफिसर्स मैस में एक आपातकालीन बैठक किया। बैठक के दौरान पीपीएस एसोसिएशन ने दिल्ली के तीस हज़ारी कोर्ट में हुई घटना की घोर निंदा किया और दिल्ली पुलिस के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है।
एसोसिएशन ने पीपीएस कैडर में आईपीएस अधिकारियोँ की 21 पदों पर हुई भर्ती को लेकर रोष जताया है। पीपीएस अधिकारियोँ ने नियुक्ति तथा प्रमोशन को लेकर मुद्दा उठाया। सभी अधिकारियों ने 20-25 साल तक नौकरी करने के बाद भी आईपीएस पद पर प्रमोशन ना होने की वजह से व्यापक रोष जताया है जबकि पीसीएस के 2000 बैच के अधिकारी आईएएस होने जा रहे हैं। अधिकारियोँ का कहना है कि पीपीएस के 1991 बैच के लोगों का अभी तक पूरी तरह प्रमोशन नहीं हुआ है।
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अधिकारियों ने बैठक के दौरान बातचीत में कहा कि अब परिस्थितियां बहुत ख़राब हो चुकी हैं और अपनी लड़ाई खुद ही लड़नी होगी। बैठक में यह भी तय हुआ कि एडीजी रेणुका मिश्रा की कमेटी की रिपोर्ट जल्द ही लागू हो और आईपीएस अधिकारियों का प्रमोशन किया जाए ताकि समय से सभी पीपीएस अधिकारियोँ का प्रमोशन हो सके।
पीपीएस एसोसिएशन की इस बैठक के दौरान कई अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें बहुत से अधिकारियोँ ने कार्यालय से छुट्टी होने के बाद शिरकत किया जिससे बैठक के दौरान अधिकारियों का आना जाना चलता रहा। जो अधिकारी किसी वजह से बैठक में शामिल नहीं हो सके तो उन्होंने फोन के द्वारा अपना समर्थन ज़ाहिर किया।