संभल :। जिले में कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानो से तोड़ फोड़ और शान्ति भंग होने की आशंका से प्रशासन द्धारा 50-50 लाख के मुचलके भरवाने के लिए नोटिस भेजने से किसान भड़क गए है। किसानो को मुचलके भरने के लिए नोटिस भेजे जाने का मामला सामने आने के बाद भारतीय किसान यूनियन असली के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरपाल सिंह ने बेजीपी सरकार पर निशाना साधते हुए विवादित बयान भी दिया है।
किसान नेताओ ने मुचलके भरने से इंकार करते हुए किसानो क़े खिलाफ कार्यवाही किए जाने पर प्रशासन के अफसरों के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। किसानो को मुचलके भरने के लिए नोटिस भेजे जाने पर भारतीय किसान यूनियन असली के राष्ट्रीय अध्यछ हरपाल सिंह ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। किसान नेता हरपाल सिंह ने बीजेपी को लेकर विवादित व्यान भी दिया है।
किसान नेता हरपाल सिंह अपने विवादित बयान में कहा है की, देश में अपने अधिकार के लिए बोलने वाले,आंदोलन करने वालो को देशद्रोही आतंकवादी, खालिस्तानी और पाकिस्तानी कहना बीजेपी का टैग बन गया है। सरकार और प्रशासन की कार्यवाही ने आजादी से पहले की अंग्रेज सरकार के तौर तरीको की याद दिला दी है।
दरअसल संभल में कृषि विल के विरोध में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर किसानो को संभल के उप जिलाधिकारी दीपेंद्र यादव की ओर से 6 किसानो को 50 -50 लाख के मुचलके और 2 जमानत दाखिल करने के साथ ही 5 किसानो को 5 -5 लाख के नोटिस जारी किए गए है। प्रशासन द्वारा जारी किए गए नोटिस में किसानो से तोड़ फोड़ और शान्ति व्यवस्था भंग होने की आशंका व्यक्त की गई है। मुचलके भरने के लिए नोटिस मिलने के बाद किसान भड़क गए है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव कई किसान नेताओ ने किसानो को मुचलके भरने के लिए नोटिस जारी किए जाने की कार्यवाही पर गुस्सा जाहिर किया है। किसान नेता विजेंद्र यादव ने ऐलान किया है की, प्रशासन चाहे 50 लाख या 1 करोड़ के मुचलके भरने के लिए नोटिस जारी करे लेकिन यूपी के जिलों का कोई भी किसान मुचलके नहीं भरेगा अगर प्रशासन अफसरों ने प्रदेश के किसी भी जिले के किसान के खिलाफ कोई भी कार्यवाही की तो किसान उस जिले के DM और SDM के खिलाफ मोर्चा खोल देंगे।
फिलहाल किसानो को लाखो की धनराशि के मुचलके भरने के लिए नोटिस जारी किए जाने की कार्यवाही के मामले ने तूल पकड़ लिया है और जिले के अफसर किसानो को मुचलके भरने के लिए नोटिस भेजे जाने के मामले में जिले के अफसर चुप्पी साधे हुए है।
रिपोर्ट:-सतीश सिंह…