महाराष्ट्र में चुनाव करीब आ रहे हैं और ऐसे में शरद पवार पर बैंक घोटाले का मुकदमा दर्ज हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के विख्यात कोऑपरेटिव बैंक में घोटाले को लेकर एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार सहित बैंक से जुड़े अन्य 69 पूर्व कर्मचारियों पर FIR दर्ज कराई है। इससे पहले भी मुंबई पुलिस की तरफ से 25 हज़ार करोड़ के इस घोटाले में FIR लिखी जा चुकी है।
महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक घोटाला वर्ष 2007 से 2011 के बीच में हुआ था जिसको लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने पेश किये गए तथ्यों के आधार पर 22 अगस्त को शरद पवार तथा अन्य सभी लोगों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। पुलिस ने इन सभी आरोपियों पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून की सम्बंधित धाराओं सहित 34, 120(बी), 406, 409, 420, 465, 467, 468 के तहत मुकदमा लिखा था।
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FIR दर्ज होने के बाद शरद पवार ने कहा कि “यदि उन्होंने मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया है, तो मैं इसका स्वागत करता हूं। मैंने उन जिलों में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी है जिनमें मैंने और मेरे पार्टी के सहयोगियों ने दौरा किया है, खासकर युवाओं की प्रतिक्रिया बेजोड़ थी। इसके विपरीत लोगों की प्रतिक्रिया देखने के बाद मुझे आश्चर्य होता अगर मेरे खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस कार्रवाई की शुरुआत की है”। उन्होंने आगे कहा कि “ऐसे समय में जब चुनाव सामने हैं, मेरे जैसे व्यक्ति का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है, जो भी इसमें फंसा हो…जब महाराष्ट्र के लोगों को इसका एहसास होगा, तो प्रभाव देखा जाएगा और मुझे यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि इससे किसे लाभ होगा”।