On Page SEO Kya Hai in Hindi ? : अगर आपको SEO के बारे में थोड़ा बहुत जानकारी है तो आपको ये मालूम होगा की गूगल किसी भी वेबसाइट को तीन बेस के आधार पर वेबसाइट को रैंक कराता है और वो हैं On Page SEO , Off Page SEO और Technical SEO |आपको ये पता होना चाहिए की Google अपने ज्यादातर Algorithm On Page SEO के आधार पर रिलीज़ करता है |Google के Algorithm एक सेट के नियम और निर्देश होते हैं जो की गूगल द्वारा बनाये जाते हैं |इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी को सूचित करने के लिए उपयोग किया जाता है। जब आप Google पर कुछ खोजते हैं, तो इस एल्गोरिदम का उपयोग किया जाता है ताकि सबसे महत्वपूर्ण और संबंधित परिणाम आपको प्रदर्शित किए जाएं । SEO के लिए, यह नियम और निर्देश वेबसाइट को समझने में Google की सहायता करते हैं ताकि आपकी वेबसाइट को Search Engine पर अधिक Authority मिल सके।जिसको follow करके कोई भी वेबसाइट फर्स्ट पेज पर रैंक कर सके |क्यों की गूगल ये देखता है की हमारे द्वारा बनाये नियम और कानून आप फॉलो कर रहे हैं की नहीं |अगर आप गूगल के द्वारा बनाये नियम फॉलो नहीं कर रहे हैं तो गूगल आपके वेबसाइट की रैंकिंग को SERP(Search Engine Result Page) में डाउन कर देता है |तो चलिए आपको विस्तार से On Page SEO Kya Hai ? विस्तार से जानते हैं की On Page SEO कैसे करते हैं।
जानें SEO क्या है और अपने वेबसाइट का SEO कैसे करें ?।
On Page SEO Kya Hai? | On Page SEO Kya in Hindi?
On Page SEO किसी भी वेबसाइट और उसके Indivisual Web Pages के ऑप्टिमाइज़ करने का प्रोसेस है |On Page SEO का उपयोग करके हम किसी भी वेबसाइट को फर्स्ट पेज पर रैंक करा सकते हैं|साधारण भाषा में कहा जाये तो Webpages के ऑप्टिमाइजेशन को On Page SEO कहते हैं। On Page SEO एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा हम किसी भी वेबसाइट के इंटरनल फैक्टर्स जैसे की Title Tag Optimization , Meta Description, Image , Alt Text Optimization आदि को हम सुधार करते हैं |इस प्रोसेस में हम वेबसाइट के इंटरनल चीजों को ठीक करते हैं ताकि Google का Spider जब भी हमारे कंटेंट को पढ़े तो उसे Webpages में कोई कमी न मिले। अगर उसे कोई कमी नहीं मिलेगी तो गूगल उसे 1st Page पर रैंक कराने का प्रयास करेगा |
Factors Of On Page SEO :
On Page SEO के कुछ ऐसे Factor हैं जिनको हम ऑप्टिमाइज़ करके वेबसाइट को Fisrt Page पर रैंक करा सकते हैं :
- Keyword Research
- URL Optimization
- Header Tag Optimization(Heading)
- Title Optimization
- URL Structure Optimization
- Meta Description Optimization
- Image/Alt Text Optimization
- Outbound Links
- Internal Links
- Website Speed
- Content Duplicacy etc.
अगर आपकी साइट WordPress पर है तो Yoast Plugin या Rank math Plugin Install कर सकते हैं जो On Page SEO करने में बहुत ज्यादा मदद करेगा ये Plugin खुद बता देता है की Content को कितना ऑप्टिमाइज़ करने की जरुरत है |चलों हम On Page SEO के Factors को विस्तार से समझते हैं :
Keyword Research :
Keyword Research एक ऐसी प्रोसेस है जिसके द्वारा हम पोस्ट को रैंक करना चाहते हैं उन Targeted Keyword को हम Research करते हैं |जैसे की बहुत से लोग On Page SEO जानने के लिए अलग – अलग नाम से गूगल पर सर्च करते हैं जैसे की On Page SEO Kya Hai ? तो कोई लिखता है On Page SEO Kya Hai in Hindi आदि नामों से सर्च करते हैं। इसलिए जरूरी होता है की हम Target Keyword को रीसर्च करें और उसके अनुसार ही अपने कंटेंट को लिखें |
Title Tag Optimization
जब भी हम गूगल में कुछ सर्च करते हैं तो सबसे पहले हमें Title Tag दिखता है और हम Title Tag को ही देखकर Decide करते हैं कि हम इस वेबसाइट पर क्लिक करें कि नहीं जिससे हमारे Query का उत्तर मिल सकेगा कि नहीं ,Title देखकर ही लोग वेबसाइट पर क्लिक करते हैं। इसलिए सो के अनुसार Title Tag में हमारा कीवर्ड होना चाहिए जिस पर हम अपने पोस्ट को रैंक कराना चाहते हैं। इसलिए हमें Title को ऐसा रखना चाहिए जो यूजर को Attractive लगे।
Header Tag Optimization(Heading)
Header Tag का मतलब Heading से है। आप लोग जो Heading देखते हैं वो अधिकतर उनमें हमारे Keywords होते हैं। हमें Heading में Keywords या Keywords के Phrase को रखना चाहिए। और सबसे खास बात ये है कि हमें SEO के अनुसार हमें हैडिंग को H1 ,H2,H3 के Format में रखना चाहिए।
URL Structure Optimization
हम लोग जो Link के नाम से जानते हैं Basically वो हमारा URL Structure होता है। हमें SEO के Point Of View से Keywords को जरूर रखना चाहिए जैसे कि On Page SEO Kya Hota Hai in Hindi है तो मैंने ULR में “On Page SEO Kya Hai?” रखा है।URL में 4 से 5 Words का होना चाहिए इससे ज्यादा नहीं होना चाहिए |
Meta Description Optimization
जब हम गूगल में कुछ सर्च करते हैं तो Title के नीचे जो दिखता है वो हमारा Description होता है। हम Description में अपने कंटेंट को Short में Keywords के साथ Describe करने कि कोशिश करते हैं । हमें Description को SEO के Point of View से 150 से 160 Character का रखना चाहिए और हमें Description को यूजर के अनुसार Attractive रखना चाहिए।
Image / Alt Text Optimization
हम Content के साथ Image जरूर लगाना चाहिए जिससे हमारे वेबपेज में User का Attraction बढ़ता है और हमारे इमेज कि Size 100kb से ज्यादा नहीं रखनी चाहिए इससे वेबसाइट कि Loading Speed पर Effect पड़ता है और इमेज के Alt Text में Image का नाम या अपने कंटेंट से सम्बंधित कीवर्ड को रखना चाहिए।
Website Speed
कुछ दिनों से SEO में वेबसाइट का Loading Speed बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण फैक्टर बन गया है अब अधिकतर वही वेबसाइट Rank करती है जिसका लोडिंग स्पीड अच्छा है। अगर कोई वेबसाइट लोड होने में 3 सेकंड से ज्यादा समय ले रही है तो उसे हमें ऑप्टिमाइज़ करने कि जरूरत है उसे ऑप्टिमाइज़ जरूर करना चाहिए |वर्डप्रेस में बहुत सारे Plugin आपको मिल जायेंगे जिसकी मदद से आप वेबसाइट कि स्पीड कुछ हद तक बढ़ा सकते हैं|
Content Duplicacy
आप जानते ही हैं कि Blogging कि दुनिया में Content को King कहा जाता है इसलिए हमें अपने कंटेंट को यूनिक रखना चाहिए। इसमें किसी भी तरह कि कपैड कंटेंट नहीं होना चाहिए । अगर आप कही से कंटेंट को उठाकर उसमें थोड़ा बहुत चेंज कर लेते हैं तो ऐसे में आपकी साइट रैंक नहीं कर पायेगी। कंटेंट कि Duplicacy या AI Detected Check करने के लिए आपको ऑनलाइन कई टूल मिल जायेंगे जिससे आप चेक कर सकते है कि आपका कंटेंट कितना यूनिक है और कितना डुप्लीकेट है।
Conclusion
दोस्तों आज के ब्लॉग में हमने जाना की ोंब पेज सो क्या है ? हमें आशा है की यह पोस्ट आपको काफी पसंद आया होगा। ऐसी ही पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे साथ बनें रहे और हमारे ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि हर कोई समझ पाए की ों पेज सो क्या होता है।धन्यवाद् !
The post On Page SEO Kya Hai? जानें On Page SEO Kya hota Hai? appeared first on Awaz-e Uttar Pradesh.