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ऑपरेशन महादेव(Operation Mahadev) क्या है? | कैसे हुआ ऑपरेशन का खुलासा?

Operation Mahadev

Operation Mahadev:  भारत और भारत की खुफिया एजेंसियों ने एक बार फिर से दिखा दिया कि जब बात भारत कि राष्ट्रीय सुरक्षा और देश कि अखंडता कि होती है तो भारत किसी भी स्तर तक जा सकता है। इसी के चलते अभी हाल ही में हम सब लोगों के बीच सामने आया है “ऑपरेशन महादेव ” यह एक ऐसा सीक्रेट मिशन है जिसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और भारत विरोधी नेटवर्क को हिला कर रख दिया।

जम्मू कश्मीर के महादेव पीक पर 28 जुलाई 2025 को ऑपरेशन महादेव को अंजाम दिया गया। 

ऑपरेशन महादेव क्या है? यह कौन सा मिशन है जो लोगों को अभी तक इसकी जानकारी थी और यह ऑपरेशन क्यों चलाया गया था। हम इस लेख के जरिये आपको ऑपरेशन महादेव के बारे में पूरी जानकारी देंगें और यह ऑपरेशन लोगों से क्यों छिपाया गया था।  

ऑपरेशन महादेव क्या है? (What is Operation Mahadev?)

ऑपरेशन महादेव (Operation Mahadev) भारत की खुफिया एजेंसियों द्वारा चलाया गया एक सीक्रेट मिशन था।  यह मिशन RAW और IB द्वारा चलाया गया था, यह सीक्रेट मिशन चलने का मकसद पाकिस्तान में बैठे भारत विरोधी डिजिटल नेटवर्क और प्रोपेगेंडा मशीनरी का भंडाफोड़ करना था। 

इस ऑपरेशन के जरिये भारत ने पाकिस्तान में बैठे भारत विरोधी YouTubers और डिजिटल आतंक फ़ैलाने वाले तत्वों की जासूसी कर उन पर डिजिटल स्ट्राइक की। 

ऑपरेशन महादेव का मुख्य उद्देश्य क्या था? और क्यों चलाया गया?

ऑपरेशन महादेव(Operation Mahadev) कई मुख्य बातों को लेकर चलाया गया ऑपरेशन था , जो निम्नलिखित है :

  • डिजिटल भारत विरोधी नेटवर्क को एक्सपोज़ करना 
  • फर्जी वीडियो, नकली खबरें और भ्रामक सामग्री फ़ैलाने वाले यूट्यूब चैनलों और सोशल मीडिया अकॉउंटस की पहचान करना है 
  • पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा समर्थित प्रोपेगेंडा फ़ैलाने वाले इन्फ्लुएंसर्स की जानकारी जुटाना था 
  • भारत में फैलती सांप्रदायिक तनाव और अस्थिरता फ़ैलाने की कोशिशों को विफल करना है 
  • साइबर युद्ध के जरिये दुश्मनों को करारा जवाब देना 

ऑपरेशन महादेव का खुलासा कैसे हुआ? सेना ने कैसे इस ऑपरेशन की योजना बनाई?

इस ऑपरेशन का खुलासा एक भारतीय न्यूज़ मीडिया द्वारा किया गया है और मीडिया ने यहाँ बताया कि भारत कि खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के अंदर बैठे भारत विरोधी YouTubers को ट्रैक किया जा रहा है , इन YouTubers का मकसद भारत में फेक न्यूज़ , अफवाहें और सांप्रदायिक तनाव को हवा देना था। 

इस ऑपरेशन का खुलासा एक भारतीय न्यूज़ मीडिया द्वारा किया गया है और मीडिया ने यहाँ बताया कि भारत कि खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान के अंदर बैठे भारत विरोधी YouTubers को ट्रैक किया जा रहा है , इन YouTubers का मकसद भारत में फेक न्यूज़ , अफवाहें और सांप्रदायिक तनाव को हवा देना था। जिसमें से भारत में नकली वीडियो बनाकर लोगों को भड़काया जा रहा था, सरकारी नीतिओं के खिलाफ झूठी जानकारी फैलाई जा रही थी , कश्मीरी मुद्दे को लेकर फर्जी खबरें फैलाई जा रही थी, सेना और सुरक्षा एजेंसियों को लेकर डिजिटल दुष्प्रचार किया जा रहा था। 

इस ऑपरेशन को तैयारी खुफिया एजेंसी ने कई दिनों पहले कर चुकी थी।  इस ऑपरेशन का नाम महादेव ऑपरेशन (Operation Mahadev) जम्मू-कश्मीर के श्री नगर स्थित महादेव चोटी के नाम पर रखा गया था।  खुफिया एजेंसियों से सूचना के अनुसार आतंकवादी महादेव चोटी की तलहटी में घने जंगलों में छिपे हुए थे। सेना को जुलाई के शुरुआत में ही इसके बारे में सन्देश मिले थे।  सुरक्षा बल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण से के जरिये २४ घंटे निगरानी कर रही थी |

कौन कौन लोग शामिल थे? किसके इशारे पर पहलगाम में हमला हुआ था? 

इस ऑपरेशन में कई पाकिस्तानी लोग शामिल थे जैसे कि पाकिस्तानी youtubers और सोशल मीडिया Influencer के नाम सामने आये हैं , जिनके चैनल भारत विरोधी अजेंडा को बढ़ावा दे रहे थे। जानकारी मिली है कि इन YouTubers को पाकिस्तानी सेना और ISI से फंडिंग दी जा रही थी। 

  • ये लोग भारत कि धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली बातें करते थे। 
  • कश्मीर को लेकर झूठी अफवाहें फैलाते थे 
  • भारत के रकनीतिक और सामाजिक ताने बाने को नुकसान पहुंचाने कि कोशिश कर रहे थे 

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सुलेमानी ने पहलगाम हमले को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और लश्कर के अपने हैंडलर सज्जाद और काजी सैफ के निर्देश पर अंजाम दिया गया था।  सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि ये दोनों उनके लगातार संपर्क में थे। 

भारतीय एजेंसियों कि रणनीति 

भारतीय एजेंसियों ने आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के चलते एक बेहद ही स्मार्ट डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग किया था, जिसमें से :

  • फेस रिकग्निशन AI और लोकेशन ट्रैकिंग कि मदद से YouTubers कि पहचान कि गई। 
  • साइबर मॉनिटरिंग टूल्स के जरिये वीडियो स्रोतों कि पुष्टि कि गई। 
  • फर्जी अकॉउंटस को ब्लैकलिस्ट किया गया और YouTubers को सूचित किया गया 
  • नकली कंटेंट कि रिपोर्टिंग पर उसे डिलीट करवाया गया। 

 साइबर युद्ध का नया रूप (Digital Warfare – A New Dimension)

जैसा कि आपने सुना होगा कि युद्ध केवल सीमाओं पर ही लड़े जाते हैं , तो आपने बिलकुल गलत सुना है बल्कि अब इंटरनेट और सोशल मीडिया पर भी लड़ा जा रहा है। इस ऑपरेशन से भारत ने सिद्ध कर दिया है कि भारत अब डिजिटल वार अर्थात साइबर युद्ध के लिए भी तैयार है। 

ऑपरेशन महादेव के परिणाम (Operation Mahadev)

  • कई पाकिस्तानी YouTube चैनल ब्लॉक किये गए। 
  • भारत में विरोध फ़ैलाने वाले कंटेंट डिलीट करवाया गया 
  • भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने वाले 15 से अधिक YouTubers कि पहचान हुई 
  • कई youtubers और डिजिटल एक्टिविस्ट्स को नोटिस और कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा 
  • भारत ने अपनी डिजिटल सुरक्षा रणनीति को और मजबूत किया 

 निष्कर्ष : Operation Mahadev 

ऑपरेशन महादेव(Operation Mahadev) भारत कि एक बड़ी डिजिटल व साइबर जीत है। भारतीय सुरक्षा बल ने यह साबित कर दिया कि जब बात देश कि सुरक्षा कि हो तो भारत किसी भी सीमा तक जा सकता है – चाहे फिर वह साइबर वॉर हो या भौगोलिक।