भारत के महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस को गूगल ने डूडल (Google Doodle) बनाकर सम्मान दिया है

भारत के महान वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ बोस का नाम 1 जनवरी 1894 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था. 

उनके पिता सुरेंद्रनाथ बोस ईस्ट इंडियन रेलवे कंपनी के इंजीनियरिंग विभाग में काम करते थे।  अपने 7 भाई बहनों में सबसे बड़े सत्येंद्र नाथ बोस थे।

सत्येंद्र नाथ बोस की शुरुआती पढ़ाई नाडिया जिले के बाड़ा जगुलिया गांव में हुई. इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्हें प्रेसिडेंसी कॉलेज का रुख किया। 

इसके बाद प्रेसीडेंसी कॉलेज से ही सन 1915 में उन्होंने अप्लाइड मैथ्स से अपनी MSc पूरी की.

 फिर 1916 में कलकत्ता विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज में रिसर्च स्कॉलर के रूप में प्रवेश किया और Theory of Relativity की पढ़ाई शुरू की। 

god particle यानि हिग्स बोसोन का नाम भी भारतीय सत्येंद्र नाथ बोस के नाम पर रखा गया है। हिग्स नाम एक ब्रिटिश वैज्ञानिकी पीटर हिग्स के नाम पर पर रखा गया। बोसोन का नाम  सत्येंद्र नाथ बोस के नाम पर। 

सत्येंद्र नाथ बोस के बारे कहा जाता है कि उन्होंने इंटरमीडिएट की गणि परीक्षा में 100 में से 110 अंक हासिल किए थे.

बोस ने प्रश्न पत्र में पूछे गए सभी प्रश्नों का जवाब सही दिया और कई सवालों को अलग-अलग तरीकों से हल किया था. इसके बाद जब उनकी कॉपी जांची गई तो उन्हें 100 में से 110 अंक दिए गए.

वहीं उन्होंने एमएससी भी रिकॉर्ड नंबर से पास की थी, बता दें कि ये नंबर आज भी रिकॉर्ड हैं. तो अब जान गए होंगे भारतीय वैज्ञानिक सत्येंद्र नाथ के बारे में।