उन्नाव जिले में उस वक़्त हड़कंप मच गया जब खेत में तीन लड़कियां बेहोस मिली। इनमें से 2 की मौत हो चुकी है जबकि एक अस्पताल में ज़िंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है। उसको बचाने के लिए अस्पताल के डाक्टर दिन रात एक किये हुए है। इस घटना में क्या और कैसे हुआ इसकी एक मात्र गवाह यही लड़की है।
उन्नाव जिले के असोहा गांव में तीन नाबालिग लड़कियों के साथ क्या घटना हुयी इसकी अभी तक पता नहीं चल सका है। घटना के बाद से जंहा दो लड़कियों की मौत हो चुकी है। वंही उस घटना की एक मात्र गवाह लड़की कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में ज़िंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है।
लड़की को बचाने के लिए डाक्टरों का पैनल बनाया गया है। रीजेंसी अस्पताल की तरफ से एक बजे मेडिकल बुलेटन जारी किया गया। रीजेंसी अस्पताल के जनसम्पर्क अधिकारी परमजीत सिंह अरोरा ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि अभी तक उसमे कोई सुधार नहीं हुआ है। लड़की को वेंटिलेटर पर रखा गया है और डाक्टरों की टीम उसको बचाने में लगी हुयी है।
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डॉक्टर BB भट्ट ने बताया कि जब लड़की को अस्पताल लाया गया तो मुँह से झाग निकल रहा था और साँस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके फेफड़ों में भी पानी भरा हुआ है हालत बहुत ख़राब है और बचने कि उम्मीद बहुत काम है।