उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव होने वाले है। पार्टियों ने अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है। लेकिन इस बीच BSP को बड़ा झटका तब लगा जब 5 विधायकों ने अपना नाम वापस ले लिया और इसके बाद 2 और विधायकों ने बगावत कर दी। इस तरह कुल 7 विधायकों ने बगवार की और SP प्रमुख अखिलेश यादव से जा मिले। इसी से नाराज मायावती ने आज SP पर निशाना साधा।
BSP के 7 बागी विधायक
1. असलम राइनी
2. असलम अली
3. हर गोविंद भार्गव
4. मुज्तबा सिद्दीकी
5. हाकिम लाल बिंद
7. सुषमा पटेल
8. वंदना सिंह
Our party had joined hands with SP to fight communal forces during Lok Sabha elections. Due to their family in-fighting, they couldn't gain much from 'Gatbandhan' with BSP. They stopped responding to us post-elections & hence, we decided to part ways with them: BSP Chief Mayawati pic.twitter.com/nuwrmGDlOU
— ANI (@ANI) October 29, 2020
BSP सुप्रीमों मायावती ने कहा की इस बार के लोकसभा चुनाव में NDA को सत्ता में आने से रोकने के लिए, देश में संकीर्ण ताकतों को कमजोर करने के लिए। हमारी पार्टी ने सपा सरकार में मेरी हत्या करने के षड्यंत्र की घटना को भूलाते हुए सपा के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव लड़ा था।
SP के साथ गठबंधन व केस वापस लेना बड़ी गलती
चुनाव का परिणाम आने के बाद इनका (SP) जो रवैया हमारी पार्टी ने देखा है, उससे हमें ये लगा कि केस को वापस लेकर और इनके साथ गठबंधन करके हमने बहुत बड़ी गलती करी।
समाजवादी पार्टी के मुखिया गठबंधन होने के पहले दिन से ही एससी मिश्रा जी को ये कहते रहे कि अब तो गठबंधन हो गया है तो बहनजी को 2 जून के मामले को भूला कर केस वापस ले लेना चाहिए, हमे चुनाव के दौरान केस वापस लेना पड़ा।