पत्नी द्वारा सोशल मीडिया पर गंभीर आरोप लगाने के बाद तलाक के लिए कोर्ट पहुंचे योगी के मंत्री

टिक टॉक पर कुछ दिनों पहले वीडियो वायरल करने वाले योगी सरकार के राज्यमंत्री बाबूराम निषाद एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। मंत्री बाबू राम निषाद और उनकी पत्नी नीतू निषाद उर्फ शबनम के बीच का विवाद अब कोर्ट की चौखट तक पहुंच गया है। बुधवार को राज्यमंत्री ने प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय में उपस्थित होकर धारा 13 हिंदू विवाद अधिनियम (तलाक) का मुकदमा दाखिल किया। मामले में अदालत ने मुकदमा जारी करते हुए नीतू निषाद को आगामी 30 अक्तूबर को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया है।

पत्नी द्वारा लगाए आरोप

नीतू निषाद ने पिछले दिनों फेसबुक पर अपने राज्यमंत्री पति के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कई पोस्ट किए थे। सोशल मीडिया पोस्ट में नीतू ने बाबूराम निषाद पर मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। इसके बाद नीतू निषाद ने पति के खिलाफ लखनऊ के कैसरबाग थाने में रिपोर्ट भी लिखवादी थी। परन्तु यह रिपोर्ट मंत्री के दबाव में पुलिस ने एफआर लगा दी थी। नीतू ने अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर पति के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने की गुहार लगाई है। नीतू का आरोप है कि शादी के बाद 14 वर्षों से पति उनके साथ गली गलौज और मारपीट करते थे।

सर चढ़ रहा है बाला चैलेंज का क्रेज

हिंदू रीति रिवाज़ से 10 मई 2005 को हुई थी शादी

प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण एंव वित्त विकास निगम के चेयरमैन दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बाबूराम निषाद के अधिवक्ता विजय कुमार द्विवेदी व शैलेंद्र कुमार सचान ने बताया कि बुधवार को परिवार न्यायालय में तलाक के लिए शपथ पत्र दिया गया है। इसमें बताया गया है कि 10 मई 2005 को हिंदू रीति रिवाज के साथ बाबूराम ने नीतू निषाद पुत्री स्व होरीलाल निषाद निवासी एनटू रोड नई सब्जी मंडी लाल बंगला कानपुर के साथ के शादी की थी। उन्होंने शादी में किसी प्रकार से कोई दान दहेज नहीं लिया था। और शादी के बाद से ही उसकी पत्नी वैवाहिक जीवन में रुचि नहीं ले रही थी। उसके बावजूद वह वैवाहिक संबंधों को बरकरार रखते हुए उसके व्यवहार को नजरअंदाज करता रहा। उससे व पत्नी से दो बच्चे भी हैं, एक बेटा सांतनु (13) और एक बेटी सुप्रसिद्घा (11) है। जिसकी शिक्षा दीक्षा व परवरिश लखनऊ में वह कर रहे हैं।

पत्नी के चाल-चलन ठीक नहीं थे

उधर शपथ पात्र में मंत्री ने कहा है कि पत्नी का चाल चलन पिछले कुछ वर्षों से ठीक नहीं है। समझाने पर वह झगड़े पर आमादा हो जाती है। इतना ही नहीं यह भी कहा कि उसकी पत्नी झूठे प्रार्थना पत्र देकर लगातार प्रताड़ित कर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रही है। पत्नी लाखों रुपयों की मांग करती है जो दे पाना संभव नहीं है। ऐसी स्थित में पत्नी के साथ रह पाना संभव नहीं है।

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