धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन फेफड़ों में कैंसर का मुख्य कारण है और कोरोना का भी सबसे ज्यादा असर फेफड़ों पर पढता है। ऐसे में जो धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन करते है उनके लिए सर्वाइव करना बहुत मुश्किल है। आज ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने इसके बारे में बात की। वहीँ ओडिशा के पुरी में सैंड आर्टिस्ट ने कलाकृति के जरिये तंबाकू छोड़ने का संदेश दिया।
डॉ.हर्षवर्धन ने कहा कि तम्बाकू और खासकर धूम्रपान करने वाले लोगों को कोविड के कारण होने वाले घातक परिणामों जिसमें मृत्यु भी शामिल है का 40-50% ज़्यादा जोखिम होता है। इससे सिर्फ फेफड़े, हृदय और कैंसर जैसी बीमारियां ही नहीं बल्कि शरीर के हर अंग पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
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वहीँ ओडिशा के पुरी में सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ पर रेत की कलाकृति के जरिये तंबाकू छोड़ने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा, ”इस बार की थीम है ‘जो छोड़ देंगे वे ही विजेता होंगे’। इसे बनाने में 5 टन रेत का इस्तेमाल किया गया है।