रजिया बेगम जो तेलंगाना के निजामाबाद जिले में रहती है। उनका बेटा 700 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के नेल्लौर में लॉकडाउन की वजह से फंस गया था। अपने बेटे को घर वापस लाने के लिए रजिया ने ऐसा निर्णय लिया जो कि बहुत कठिन था।
यूएनएससी (UNSC) की बैठक में अमेरिका ने चीन पर लगाए यह आरोप
50 वर्षीय रजिया बेगम ने स्थानीय पुलिस से सोमवार को जाने की परमीशन ले ली और वह अपनी स्कूटी से निजामाबाद से आंध्र प्रदेश के नेल्लौर के लिए अकेले ही रवाना हो गई और 700 किलोमीटर का लंबा सफर तय करके वह अपने बेटे के पास पहुंच गई। इसके बाद बिना देरी किए वह स्कूटी पर अपने बेटे को पीछे बैठाकर फिर से वापस 700 किलोमीटर स्कूटी चला कर निजामाबाद अपने घर पहुंची।
गोल्फर अर्जुन ने अपने 8 साल के कैरियर में अर्जित ट्रॉफी-मेडल नीलाम कर पीएम फंड में जमा किए पैसे
रजिया बोधन कस्बे के एक सरकारी स्कूल में हेडमिस्ट्रेस है। उनका 17 साल का बेटा अपने दोस्त को छोड़ने गया हुआ था और तभी लॉकडाउन हो गया, जिसकी वजह से निजामुद्दीन वहीं फंस गया। पहले रजिया अपने बड़े बेटे को भेजने वाली थी पर उसको ना बेझकर खुद जाने का फैसला किया। रजिया ने कहा कि सफर काफी लंबा था और रास्ते सुनसान थे। उनको डर भी काफी लगा पर बेटे को किसी ना किसी तरह वापस लाना ही था। इसलिए वह बिना देरी किए 700 किलोमीटर स्कूटी से गयी और वापस आयी।