आगरा:। बात 19 जून की है जब लखनऊ एक्सप्रेसवे पर फरीदाबाद की सरगना मिलम सहित पांच लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लेकर उन्हें जेल भेजा था। आपको बता दें कि ये सभी आरोपी को का सौदा करने से लेकर बच्चों को बेचने का भी काम किया करते हैं ये लोग विदेश से आए दंपतियों को बच्चे बेचते थे।
एजेंट राहुल शास्वत ने उगले कई राज
कोख के सौदागर इस गैंग का मास्टर माइंड नोएडा निवासी डॉक्टर विष्णुकांत का एजेंट राहुल सास्वत था। जिसे आगरा पुलिस ने अपनी रिमांड पर लिया था और पूछताछ के दौरान राहुल शास्वत ने कई ऐसे राज उगले थे जिसमें उसने बताया कि मास्टरमाइंड डॉक्टर विष्णुकांत और उसकी पत्नी अस्मिता ने विदेश से आए दंपत्तियों को बच्चे बेचे हैं।
राहुल ने पुलिस को बताया कि वह तब से डॉक्टर विष्णुकांत के संपर्क में हैं जब सेरोगेसी कानून रूप से होती थी। इसी दौरान डॉक्टर के पास विदेशी दंपति आया करते थे, विदेश से आए इन दंपतियों का रहना,खाना, अस्पताल और बाहर घुमाने की जिम्मेदारी राहुल के ही ऊपर थी। राहुल ने बताया कि जब सेरोगेसी अवैध भी हो गई तब भी डॉक्टर विष्णुकांत ने इसे जारी रखा और दिल्ली,हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल के साथ ही विदेश से आए दंपतियों को बच्चे बेचे।
आगरा पुलिस को कोर्ट से मिली राहुल सारस्वत की छह दिन की और रिमांड
कोर्ट ने राहुल को लेकर दस दिन की जगह छह दिन की रिमांड पर भेजा है,रिमांड मंगलवार सुबह दस बजे से जुलाई शाम तक की है पुलिस अब राहुल को रिमांड पर लेकर बाकी सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाएगी इसमें कई राज का पर्दाफाश होगा जैसे कि:-
नीलम के गिरोह में कितने सदस्य हैं? कौन-कौन बच्चों को खरीदता और बेचने जाता है? अस्मिता का असली पता क्या है? सिलीगुड़ी में दोनों बच्चों को लेने कौन आया था? दिल्ली में कितने डॉक्टर और एजेंट सक्रिय हैं? यह गिरोह कितने बच्चों को नेपाल में बेच चुका है?