पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का जाधवपुर विश्वविद्यालय के बाहर कल सोमवार को छात्रों ने रास्ता रोक लिया था और जब आज फिर राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे तो विश्वविद्यालय के बाहर फिर उनका रास्ता रोक लिया गया उनके खिलाफ नारे लगाए गए और काले झंडे भी दिखाए गए। ये सब देख राज्यपाल नाराज हो गए और मिडिया से प्रदर्शन करने वालों की पहचान देश को बताने को कहा।
#WATCH: West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar at Jadavpur University after being blocked outside by protesting students, says"It's a painful moment for me as a Chancellor&Governor.There's total collapse of rule of law in the state.The state Govt has put education in captivity." pic.twitter.com/GcayRcxqef
— ANI (@ANI) December 24, 2019
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राजयपाल ने मिडिया से बात करते हुए कहा की ‘यह मेरे लिए एक कुलपति और राज्यपाल के रूप में एक दर्दनाक क्षण है। अंदर छात्र अपनी डिग्री पाने के लिए इंतजार कर रहे है। लेकिन मुट्ठी भर पीपीपी ने मुझे बाहर रोक दिया है। राज्य में कानून के शासन का कुल पतन हो गया है। राज्य सरकार ने शिक्षा को कैद में डाल दिया है।” इसके बाद जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जताई, उन्होंने लिखा मै जाधवपुर विश्वविद्यालय में हूँ अंदर छात्र इंतजार कर रहे है, उनको उनकी मेहनत का फल (डिग्री) दी जानी है पर अंदर जाने का रास्ता बंद है और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है।
.@MamataOfficial. Am surprised that inspite of my directive to VC to go by rule book and abide by my direction as regards Convocation, the same has been started. In utter helplessness as of now I am leaving the Jadavpur University campus. Those concerned must soul search.
— Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 24, 2019
अगले ट्वीट में धनकड़ ने लिखा की जिन्होंने रास्ता रोका उनकी संख्या सिर्फ 50 से 60 के आस-पास है और उन्होंने सिस्टम को बंदी बना लिया है। कार्य से जुड़े लोग अपना काम नहीं कर रहे है और यहाँ कानून के नियम कहीं नहीं दिखाई दे रहे। आगे राज्यपाल धनकड़ ने लिखा की इस परिस्थिति में मिडिया को ध्यान देना चाहिए। जाधवपुर विश्वविद्यालय के (VC) कुलपति अपने दायित्वों से जानकर अनजान बने हुए है और बहाने ढूंढ रहे है। वो अध्यक्षता कर रहे है कानून के पतन की’। बता दें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ CAA का समर्थन कर रहे है। जिसकी वजह से उनको दो बार विरोध का सामना करना पड़ा।