आगरा जिले के जगदीशपुर में पुलिस हिरासत में हुए अरुण बाल्मीकि की मौत के बाद बाल्मीकि समाज ने पुलिस पर आरोप लगाया है। बाल्मीकि समाज का कहना है कि कासगंज थाने की पुलिस ने ही अरुण की हत्या की है इसलिए एसएचओ सहित पांच पुलिस कर्मियों को बर्खास्त किया जाए।
जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अनुसूचित जाति विभाग के जिला अध्यक्ष अमित पांडेय का कहना है कि पुलिस ने अरुण पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया, जिससे उसकी मौत हुई है। उनका कहना है कि जो पच्चीस लाख की चोरी हुई थी उस वारदात को पुलिस ने ही अंजाम दिया था। बाल्मीकि समाज की मांग है कि मृतक के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता राशि और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए। जिससे उनके परिवार का पालन पोषण हो सके।
चीफ फार्मासिस्ट पर अभद्र भाषा बोलने का लगाया आरोप
आपको बता दे प्रियंका गाँधी भी पीड़ित परिवार से मुलाकात करने आगरा पहुंची थी। मुलाकात के बाद प्रियंका ने भाजपा सरकार पर तीखे कटाक्ष किया कहा क्या सिर्फ मंत्रियों और उनके बेटों की सुनवाई होगी क्या गरीबों के उनका हक़ और न्याय नहीं मिलेगा।