उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अधिकारियों के साथ मीटिंग की और दूसरे राज्यों से वापस आ रहे कामगारों और श्रमिकों को लेकर चर्चा की है। सीएम ने कहा कि सभी श्रमिकों और कामगारों को काम देना और सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।
37 स्पेशल ट्रेनों द्वारा लगभग 30,000 प्रवासियों को वापस लाया जा चुका है। यह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात आदि कई राज्यों से आए हैं। इससे पहले प्रदेश सरकार दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य जगहों से लगभग 5 लाख प्रवासियों को बसों के द्वारा वापस ला चुकी है। सीएम योगी ने कहा की अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोई भी श्रमिक पैदल यात्रा ना करें। राज्य सरकार प्रवासियों की घर वापसी के लिए लगातार काम कर रही हैं।
श्रमिकों और कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए भी आज बैठक में चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा सभी श्रमिकों, कामगारों को उनकी दक्षता के अनुसार स्थानीय स्तर पर ही रोजगार दिया जाएगा। इसलिए दक्षता का ब्योरा, मोबाइल नंबर और पता नोट किया जा रहा है। अधिकारियों को कार्य योजना तैयार करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।
विदेश से आने वाले लोगों के लिए व्यवस्था
विदेश में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए सरकार अभियान चला रही है। हेल्थ प्रोटोकॉल के तहत जो भी लोग वापस आएंगे उन सभी की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की जाएगी और 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। इसी कड़ी में आज लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने अमौसी एयरपोर्ट का निरीक्षण किया।