यूपी पुलिस अपनी ही फरार पुलिसकर्मी का पता लगाने में नाकाम

laxmi chauhan

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी अपनी कानून व्यवस्था की तारीफ हमेशा करते रहते हैं और पुलिस मुखिया डीजीपी ओपी सिंह लगातार इनकाउंटर कर बदमाशों के अंदर खौफ फैलाने एवं अपराधियों को जेल में पहुंचाने वाली यूपी पुलिस की तारीफ करते पीछे हटते नही है। वही यूपी पुलिस फरार हुए 7 पुलिस कर्मियों को ढूंढने में नाकाम है। 7 पुलिस कर्मियों में इंसपेक्टर लक्ष्मी सिंह और उनके 6 साथी हैं।

डेढ़ महीने से फरार लेडी सिंघम के साथ 6 पुलिसकर्मी

इंसपेक्टर लक्ष्मी सिंह लेडी सिंघम के नाम से जाने जाती थी। उनके साथ 6 पुलिसकर्मी डेढ़ महीने से ज्यादा अपनी ही पुलिस को चकमा देते हुए फरार चल रहें हैं। अपराधियों में लेडी सिंघम के नाम से मशहूर कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार करने वाली गाजियाबाद के लिंक रोड थाने की इंचार्ज इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान, उप निरीक्षक नवीन कुमार पचौरी व 5 अन्य पुलिसकर्मी 25 सितंबर 2019 से फरार चल रहे हैं।

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इंस्पेक्टर की ओर से उनके वकील ने अग्रिम जमानत के लिए स्पेशल जज भ्रष्टाचार निवारण के यहां कल अर्जी दी थी। जिसे खारिज कर दिया गया। एसएसपी गाजियाबाद सुधीर कुमार ने इन सभी पुलिसकर्मियों को 26 सितंबर को ही निलंबित कर दिया था। लक्ष्मी चौहान व दरोगा नवीन कुमार पचौरी सहित आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ लिंक रोड थाने में ही धोखाधड़ी व भ्रष्टाचार करने के अपराध में एफआईआर दर्ज है।

फरार इंस्पेक्टर की जमानत अर्जी खारिज

फरार चल रहीं लक्ष्मी सिंह चौहान के नोएडा व इंदिरापुरम के विंडसर पार्क सोसायटी में स्थित आवास पर पुलिस गुप्त तलाशी ले चुकी है लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। फरार लक्ष्मी सिंह के घर पर उनके माता पिता और बच्चे मिले लेकिन उनके पास से कोई जानकारी नहीं मिल पाई। 

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70 लाख रुपए के गबन का आरोप

पुलिस सभी फरार पुलिसकर्मिर्यों को जोरों से तलाश कर रही है। लक्ष्मी चौहान व उनके साथी पुलिसकर्मियों पर करीब 70 लाख रुपए के गबन का आरोप लगा है। लखनऊ में अपनी तैनाती के दौरान विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज रहीं लक्ष्मी सिंह चौहान तत्तकालीन एसएसपी ओपी सिंह (अब डीजीपी) के स्कोर्ट में भी तैनात रहीं थीं।

सीएमएस इंफो सिस्टम कंपनी ने 22 अप्रैल को कस्टोडियन एजेंट राजीव सचान के विरुद्ध 72 लाख 50 हजार रुपए के गबन की लिंक रोड थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। डीजीपी की जांच में पता चला की करीब साढ़े 3 करोड़ रुपए का गबन किया गया है। लक्ष्मी सिंह चौहान व उनकी टीम ने 24 सितंबर की रात राजीव सचान को उसके साथी आरिफ के साथ गिरफ्तार किया था। लक्ष्मी सिंह ने इनके पास से 45 लाख 81 हजार 5 सौ रुपए की बरामदगी दिखाई जबकि जाँच में पता चला की एक करोड़ 15 लाख की नगदी पुलिस ने बरामद की थी। इसका पता चलने तथा रुपयों से भरा बैग अपनी प्राइवेट कार में रखते हुए इंस्पेक्टर लक्ष्मी सिंह चौहान की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी। उसके बाद एसएसपी ने एफआईआर दर्ज कराकर आरोपी सातों पुलिसकर्मियों को 25 सितंबर को सस्पेंड कर दिया था।

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