उत्तर प्रदेश के अलीगढ में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और भारतीय राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ शनिवार को प्रदर्शन करने पर करीब 70 अज्ञात महिलाओं पर एफआईआर दर्ज की गई है। सीएए तथा एनआरसी को लेकर दिल्ली के शहीनबाग में लगातार हो रहे प्रदर्शन के बाद अब देशभर में कई स्थानों प्रदर्शन शुरू हो गया है। बिहार की राजधानी पटना के सब्जीबाग और फुलवारी शरीफ में भी 12 जनवरी से अनिश्चितकालीन प्रदर्शन किया जा रहा है। इलाहाबाद में भी सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है।
Anil Samania, Circle Officer (CO) of Aligarh Civil Lines: Some women tried to stage protest against Citizenship Amendment Act and National Population Register, which is violation of Section 144. So, an FIR has been registered against 60-70 unknown women. (18.1) pic.twitter.com/LXZEqQDGyI
— ANI UP (@ANINewsUP) January 19, 2020
अलीगढ़ सिविल लाइंस के सर्कल अधिकारी (सीओ) अनिल सामनिया का कहना है कि “कुछ महिलाओं ने नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की कोशिश की, जो कि धारा 144 का उल्लंघन है। इसलिए, 60-70 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है”। शनिवार की रात को कुछ महिलाएं ज़िले में धारा 144 के प्रभावी होने के बावजूद अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के आसपास के इलाके में जाकर प्रदर्शन करने का प्रयास किया।
CAA व NRC को लेकर लखनऊ में जारी महिलाओं का प्रदर्शन
Lucknow: Women continue to sit near Clock Tower to protest against Citizenship Amendment Act (CAA) and National Register of Citizens (NRC) pic.twitter.com/OLBPsaCCMB
— ANI UP (@ANINewsUP) January 19, 2020
अलीगढ की पुलिस ने इस मामले के बाद विरोध प्रदर्शन करने वाली लगभग 60-70 महिलाओं पर आईपीसी की धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही दो महिलाओं को गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया है। सीएए ए एनआरसी के खिलाफ होने वाले विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर रविवार सुबह सिविल लाइन्स के सीओ ने आरएएफ, पीएसी तथा सिविल पुलिस के साथ आसपास के इलाकों में में पैदल मार्च किया। वहीँ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ठाकुरगंज के हुसैनाबाद स्थित घंटाघर के बाहर महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है।