प्रयागराज में एक दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक 20 साल से डीआईजी कार्यालय में तैनात पुलिस कांस्टेबल पियून गोविंद नारायण ने अपने बेटे और पत्नी को मौत के घाट उतार दिया और उसके बाद खुद भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। कांस्टेबल गोविंद नारायण, पत्नी चंद्रा व बेटा सोनू मृत अवस्था में सोमवार की रात में सरकारी आवास में मिले हैं।
ध्यान से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है की महिला और उसके बेटे के सिर पर किसी भारी वस्तु से मार कर हत्या को अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक कांस्टेबल गोविंद नारायण जालौन के डकोर का रहने वाला था। वह प्रयागराज में कई सालों से तैनात था। वर्तमान में उसकी तैनाती डीआईजी ऑफिस में थी। अपने परिवार के साथ वह पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास में रह रहा था।
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खून से लथपथ मिले शव
आस पड़ोस में रहने वाले लोगो ने बताया कि शाम पांच बजे के करीब गोविंद नारायण ऑफिस से घर पहुंचा और इसके बाद उसे किसी ने उसे बाहर आते जाते नहीं देखा। रात नौ बजे के करीब उसका बेटा भारत कमरे पर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। कई बार आवाज लगाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने मोहल्ले में रहने वाले लोगों को बुला लिया। पड़ोसी की मदद से दरवाजे को तोड़ा गया तो घर में तीनों को मृत अवस्था में पाया गया। ऐसा मंजर देख लोगो के होश उड़ गए।
मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसर
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर एडीजी, डीआईजी, एसएसपी के साथ ही डीएम व अन्य प्रशासनिक अफसर घटना स्थल पर पहुंच गए। तीनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना के पीछे की वजह क्या है इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।