लखनऊ कमिश्नरेट के 1 वर्ष पूर्ण, अपराधों में आई कमी, देखें पूरा आंकड़ा

Lucknow police commissionerate complete one year
Lucknow police commissionerate complete one year

Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में Police Commissionerate बने हुए 1 वर्ष पूर्ण हो गए हैं। इस मौके पर शुक्रवार को पुलिस लाइन में प्रथम वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने किया। इसके बाद उन्होंने पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया और कमिश्नर प्रणाली लागू होने के 1 वर्ष और उससे पहले के 3 वर्ष का तुलनात्मक आंकड़ा जारी किया।

इन आंकड़ों के मुताबिक साल 2020-2021 में निम्न मामले सामने आए हैं और कार्यवाही की गई है।

• हत्या 74
• लूटपाट 13
• डकैती 5
• बलात्कार 69
• 119560 लीटर शराब बरामद

2018 2019 में 69.42%, 2019-2020 में 67.93% लंबित मामलों का निस्तारण किया गया। जबकि 2020-2021 में 80.30% मामलों का निस्तारण किया गया।

डकैती एवं लूटपाट के मामलों में कमी

डकैती एवं लूटपाट के मामले भी कमिश्नरेट लागू होने के बाद काफी कम हुए हैं। 2018 में डकैती और लूटपाट के 52, 2019 में 37 और 2020 में मात्र 15 मामले सामने आए हैं। बरामदगी प्रतिशत 2018 में 65.18%, 2019 में 51.24% और 2020 में 91.13% रहा। लूट, डकैती और हत्या के मामलों में 2018-2019 में 77.98% वांछित अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई जबकि 2020 में 99.18% गिरफ्तारी हुई है।

वर्ष 2020 में 146 पुरस्कार घोषित अपराधीयों को गिरफ्तार किया गया। 2018 में 68, 2019 में 48 और 2020 में 148 पुरस्कार घोषित अपराधी गिरफ्तार हुए हैं।

महिला संबंधी अपराधों में आयी कमी

वहीं महिला संबंधी अपराधों में 2018 में 3010 मामले सामने आए थे जिनमें से 2074 मामलों का निस्तारण किया गया जबकि 936 लंबित थे। इसके बाद 2019 में 2761 मामले सामने आए जिनमें से 1440 मामले निस्तारित किए गए और लंबित 1321 रहे। यह आंकड़ा 2020 में और भी कम हो गया। इसमें 1921 महिला संबंधी मामले सामने आए जिनमें से 1552 का निस्तारण किया गया और लंबित मात्र 369 मामले रहे।

पुलिस द्वारा की गयी पहल

इसके साथ ही लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के 1 वर्ष पूर्ण होने पर पुलिस द्वारा की गई पहल के बारे में बताया गया। जैसे नमस्ते लखनऊ, जनसुनवाई, पॉलीगान, ऑनलाइन सत्यापन, अधिकारी केंद्रीत दृष्टिकोण आदि पहल की गई।

इसी तरह महिलाओं से संबंधित महत्वपूर्ण कई पहल की गई जैसे साथी प्रोजेक्ट, स्वाभिमान, कुटुंब आदि। नागरिकों से संबंधित महिला हेल्प डेस्क, जागरूकता कार्यक्रम, प्रभावी पैरवी, पिंक बूथ, 112 महिला गश्ती दल, मिशन शक्ति, आदि पहल की गई।

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