राजस्थान के कोटा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई करने गए हजारों छात्र लॉक डाउन के बाद से फंसे हुए हैं। इन छात्रों ने घर वापसी के लिए ट्विटर पर #सेंड अस बैक होम नाम से अभियान चलाया था। छात्रों की इस समस्या का समाधान करने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने केंद्रीय एजेंसियों से बात की। जिसके बाद अब बच्चों को घर वापस लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
राजस्थान के कोटा में यह छात्र उत्तर प्रदेश के साथ-साथ बिहार, जम्मू कश्मीर व अन्य राज्यों से भी हैं। उत्तर प्रदेश के छात्रों को राजस्थान से लेकर आज 300 बसें रवाना होंगी। छात्रों को वापस लाने की पहल सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने की है। इसके बाद आशा है कि जम्मू कश्मीर और बिहार सरकार भी बच्चों को लाने की प्रक्रिया शुरू करेगी। बता दें इससे पहले बिहार सरकार ने लॉक डाउन की वजह से छात्रों को वहीं रुकने को कहा था।
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इससे पहले छात्र घर वापसी के लिए अनुमति लेने कलेक्ट्रेट भी गए थे पर उनको वहां से अनुमति नहीं मिली। राजस्थान के कोटा में बढ़ते मामलों को देखते हुए छात्रों के साथ उनके परिवार वाले भी चिंतित थे और लगातार सरकार से मदद करने की अपील कर रहे थे पर अब इन सभी छात्रों की घर वापसी हो रही है, जो कि एक अच्छी बात है। अन्यथा छात्रों को लॉक डाउन खत्म होने का इंतजार करना पड़ता।