यूक्रेन ने रूस को पिछले चार दिनों से कीव के बाहर रोक कर रखा है, यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव शहर पर रूसी सेना के हमले जारी है। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस ने उनकी हत्या कराने के लिए कीव में 400 से ज्यादा भाड़े के हत्यारे भेजे हैं।
इसके बाद अब यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता जाने की बात भी सामने आ गई है। ऐसे में यूक्रेन में पढ़ने गए बच्चों को निकलने की भारत सरकार लगातार कोशिश कर रहा है। जिसके लिए यूक्रेन संकट पर पीएम मोदी ने आपात बैठक बुलाई है।
वहां फंसे छात्रों की निकासी के लिए कुछ केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन भेजने की बात हुई। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजिजू और जनरल वीके सिंह निकासी मिशन के समन्वय और छात्रों की मदद करने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत पर दुनिया की नज़र, यूक्रेन ने मांगी मदद
बता दें, सात नेताओं ने यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात की, उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ लड़ाई में सभी देश यूक्रेन का समर्थन जारी रखेंगे। इधर, रूसी हमलों में यूक्रेन के 352 आम नागरिकों की मौत हुई है। इसमें 14 बच्चे भी शामिल हैं।