एक तरफ जहां पूरा देश स्वतंत्रता दिवस की 74वीं वर्षगाँठ पर एक दूसरे को बधाइयाँ देने में लगा हुआ है वहीँ दूसरी तरफ इसके उलट सोशल मीडिया पर कुछ और ही चल रहा है। सोशल मीडिया की डिटेल्स खंगालते समय हमारी नज़र उस पर पड़ी जो की स्वतंत्रता दिवस के मौके पर चौंका देने वाला था, बात ये थी की ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था “यह आज़ादी झूठी है”.
लोगों ने अपनी समस्या को लेकर इस कैंपेन को शुरू किया
पहली नज़र में ये तो ये बहुत ही अटपटी लगी लेकिन अंदर झाँकने पर पता चला की इसमें बहुत ही गहराई से बात की जा रही है। मामला ये है की कुछ लोगों ने इस कैंपेन को इस बात पर शुरू किया की इस दिन देश आज़ाद नहीं हुआ था बल्कि एक विदेशी (ब्रिटिश सरकार) ने दूसरे विदेशी के हाथ में सत्ता थमा दी थी। वहीँ दूसरी तरफ लोग इस बात को भी रख रहे हैं की देश में भूखमरी की दर पहले से बहुत ज्यादा हो गयी है, देश के अल्पसंख्यक को डर सताता है की वो यहां सुरक्षित नहीं हैं। अगर देश के हालत ये हैं तो किस बात की आज़ादी।
15th August Transfer of power day…!! #यह_आज़ादी_झूठी_है pic.twitter.com/tCKrT9QmV9
— V L Matang (@VLMatang) August 15, 2020
एक तरफ जहां हर वर्ष ट्विटर पर लोग एक दुसरे को बधाइयाँ देने में लगे होते थे और वही ट्रेंड करता था लेकिन आज के दिन इन शब्दों का ट्रेंड करना दुखद है, सरकार को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
नोट : आवाज़े उत्तर प्रदेश इस तरह के किसी ट्वीट का समर्थन अथवा पुष्टि नहीं करता है, एक जिम्मेदार मीडिया के नाते यह हमारी जिम्मेदारी होती है की लोगों को अवगत कराएं की सोशल जगत में क्या चल रहा है।