पिछले कुछ दिनों में देश में सुशांत सिंह राजपूत, ड्रग्स रैकेट, हाथरस केस सहित कई ऐसे मामले सामने आए जिन को लेकर काफी हंगामा हुआ और इन मामलों की जांच पहले पुलिस ने की लेकिन बाद में जांच CBI को सौंप दी गई। अब देश में टीआरपी घोटाले की बात सामने आ रही है और इसकी जांच भी यूपी सरकार ने सीबीआई को दी है।
इसी पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा की सीबीआई अब छोटे से छोटे मामलों में भी घुसने लगी है। सीबीआई का अपना एक वजूद है। महाराष्ट्र जैसे राज्य में अगर कोई राष्ट्रीय कारण है तो सीबीआई को जांच करने का अधिकार है।
CBI को लेनी होगी अनुमति
संजय रावत ने आगे कहा कि मुंबई या महाराष्ट्र में पुलिस ने किसी विषय पर जांच शुरू की, किसी और राज्य में FIR दाखिल की जाती है। वहां से केस सीबीआई को जाता है और सीबीआई महाराष्ट्र में आ जाती है, अब ये नहीं चलेगा। महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस का अपना एक अधिकार है जो संविधान ने दिया है।
शिवसेना नेता संजय राउत के इस बयान से साफ है कि अब यदि सीबीआई को महाराष्ट्र में किसी भी मामले पर जांच करनी है तो पहले उन्हें महाराष्ट्र सरकार से अनुमति लेनी होगी।
क्या है टीआरपी घोटाला
हाल ही में मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि टीवी के कुछ चैनलों द्वारा टीआरपी (television rating point) में धांधली की जा रही है। इसके बाद 17 अक्टूबर को लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में टीआरपी घोटाले को लेकर एक नई FIR दर्ज होने की बात सामने आई और यूपी सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया।
क्या है TRP
TRP (Television Rating Point) द्वारा पता चलता है कि लोग कौन सा टीवी चैनल या प्रोग्राम सबसे ज्यादा देखते हैं। इससे उस चैनल की पापुलैरिटी के बारे में पता चलता है और कंपनियां अपना प्रचार कराने के लिए उसी से कांटेक्ट करती हैं। इससे टीवी चैनलों को काफी फायदा होता है।