भारतीय वायुसेना में आज शामिल हो रहा है दुश्मन का काल राफेल

rafale join air force
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भारतीय वायुसेना की ताकत को और बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की डील की थी। जिनमें से 5 राफेल 29 जुलाई 2020 को भारत लाए गए थे और इन्हें आज औपचारिकरूप से वायुसेना में शामिल किया जा रहा है।

फ़्रांस की रक्षामंत्री कार्यक्रम में विशेष अतिथि 

राफेल को वायु सेना में शामिल करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली शामिल होंगी और इनके अलावा सीडीएस बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया समेत कई उच्च अधिकारी मौजूद रहेंगे।

इस बात की जानकारी कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर दी उन्होंने कहा कि ‘कल सुबह राफेल विमानों को अंबाला वायु सेना स्टेशन पर औपचारिकरूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। ये 17 स्क्वाड्रन, ‘गोल्डन एरो’ का हिस्सा होगा।

दुश्मन देशों की तबाही का हथियार,जानिए Rafale की कीमत और खासियत

बता दें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हाल ही में फ्रांस से SCO की अहम बैठक में हिस्सा लेने के लिए गए थे। जहां पर उन्होंने SCO सदस्य देशों के रक्षा मंत्री के साथ बैठक की। यहां पर चीनी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद उन्होंने चीनी रक्षा मंत्री से मुलाकात की।

क्या है राफेल की खासियत

राफेल दसाल्त कंपनी का बनाया हुआ लड़ाकू विमान है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि राफेल 60 सेकंड में 60 हजार फीट की ऊंचाई प्राप्त कर सकता है तथा यह 22 हजार से 25 हजार किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है।

2003 में राफेल को मिली थी मंजूरी

Rafale शुरुआत से ही एक चर्चा का विषय रहा है 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जी ने राफेल खरीदने के लिए मंजूरी दी थी पर 2004 में UPA सरकार ने फ्रांस से बात की और फिर इसे भूल गए। 2014 में मोदी सरकार आने के बाद Rafale की डील फ्रांस से 2016 में पुनः प्रधानमंत्री मोदी ने फाइनल कर दी। और अब अगले महीने जुलाई में राफेल इंडिया आ रहा है।

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