उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का बुरा हाल है। यहाँ की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई है। लखनऊ एसएसपी के आदेशों की लगातार धज्जियां उड़ाई जा रही है। यातायात पुलिस और नगर निगम की घोर लापरवाही के कारण शहर के कई व्यस्त रास्तों पर रोज़ भीषण जाम लगता है। लखनऊ में मेडिकल कॉलेज, क्रिस्चन कॉलेज, चार बत्ती क्रासिंग, बलरामपुर अस्पताल से लेकर क़ैसरबाग़ और लालबाग तक रोज़ भयंकर ट्रैफिक दिखाई देता है।
लखनऊ की सड़कों पर इसी जाम में फंस कर कई मरीज़ बहुत अधिक गंभीर हो जाते हैं। एम्बुलेंस से अस्पताल की तरफ जा रहे मरीजों को भीषण जाम के कारण जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है। लखनऊ की सड़कों और रास्तों पर सरकारी कर्मचारियों, बड़े बिल्डरों और रसूखदार लोगों ने अपना कब्ज़ा जमा रखा है।
लखनऊ की सड़कों पर बेहिसाब कूड़े का ढेर पड़ा रहता है जिससे बहुत ज़्यादा गन्दगी होती है साथ ही बिल्डिंग मटेरियल, अवैध अतिक्रमण और बहुत अधिक दो पहिया तथा चार पहिया वाहन खड़े रहते है जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कतें होती हैं। हाल ही में मौलवीगंज के चार बत्ती के पास कूड़े में आग लग गई। आग के कारण पेट्रोल, डीज़ल तथा गैस किट वाली गाड़ियों में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लखनऊ में भीषण जाम के कारण मासूम जनता को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ता है।