बाराबंकी।यूपी की कानून व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है और प्रदेश सरकार महिलाओ और युवतियों की सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े दावे करती है लेकिन यह दावे सिर्फ कार्यालयों के दस्तावेजों तक ही सिमित रह गए हैं। ऐसा ही एक शर्मनाक मामला बाराबंकी जिले की नगर कोतवाली क्षेत्र के कमरियाबाग में बनी कांशीराम कॉलोनी से सामने आया है। जहाँ पुलिस की लापरवाही के चलते मनचलो के हौसले इतने बुलंद हो गए की मनचलो की छेड़छाड़ से परेशान दसवीं की छात्रा ने बिल्डिंग की छत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।इतना ही नहीं जब छात्रा के परिजनों ने छेड़छाड़ का विरोध किया तो मनचलो ने परिजनों को मारा पीटा भी था।
जानकारी के अनुसार छेड़छाड़ से परेशान किशोरी अपने घर से भागकर मामा के घर पहुंची थी, लेकिन वहां भी वही मनचले उसका पीछा करते हुए पहुंच गए। इससे आजिज छात्रा ने कांशीराम कालोनी की ही ब्लाक नम्बर चार की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। चौथी मंजिल से नीचे गिरने से छात्रा काफी बुरी तरह घायल हो गई और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां कुछ घंटे बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस वारदात को लेकर पुलिस ने एक युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं छात्रा के घरवाले आरोपियों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
छात्रा के पिता का कहना है उसकी लड़की को मनचले काफी दिनों से परेशान कर रहे थे।वह इन लोगों के चलते काफी सदमे में थी।कुछ दिनों पहले मनचलों ने हम लोगों से भी हाथापाई की थी। पिता ने बताया कि इस वारदात के पीछे अभय नगर निवासी मोनू, घंटाघर निवासी सोनू और राकेश जिम्मेदार हैं।वह दोनों आये दिन उसे परेशान किया करते थे।। इसी बात से यह छात्रा पिछले कई दिनों से काफी परेशान थी।
इस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी का कहना है कि छात्रा ने छत से छलांग लगा दी। घायल अवस्था में स्थानीय लोग इलाज के लिए उसे ट्रामा सेंटर ले गए। हालांकि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल मामले की जांच जारी है। पुलिस ने युवती के पड़ोसी के रिश्तेदार मोनू और उसके दोस्त सोनू व राकेश के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। तीनों युवक की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
रीपोर्ट-अजय वर्मा