क्रिकेट के भगवान के नाम से दुनिया भर में मशहूर मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का बैटिंग रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिआ के विरुद्ध सबसे बेहतरीन रहा है।
संन्यास के पहले तक सचिन ने ऑस्ट्रेलिआ के खिलाफ खेले 71 मैचों में 3077 रन बनाये हैं जिसमें उन्होंने 9 बार सौ या इससे ज्यादा रन बनाये हैं और 15 अर्धशतक भी लगायें है।
दूसरा नंबर आता है हिटमैन रोहित शर्मा का जिनके नाम 2208 रन ऑस्ट्रेलिआ के खिलाफ दर्ज़ हैं। जिसमे एक दोहरा शतक भी शामिल है। रोहित शर्मा ने 2 नवंबर 2013 को बैंग्लोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिआ के खिलाफ 158 गेंदों पर 209 रन बनाये थे जो कि उनके कैरियर का पहला दोहरा शतक भी है।
तीसरे पायदान पर हैं भारतीय कप्तान विराट कोहली जिन्होंने ऑस्ट्रेलिआ के ख़िलाफ़ अब तक 1910 रन बनाये हैं। 2000 रनों के आंकड़े से महज़ 90 दूर हैं। उम्मीद है कि इस सीरीज के अंत तक कोहली 2000 का आँकड़ा पार कर लेंगे। कोहली के नाम भारत की तरफ़ सबसे तेज़ एकदिवसीय शतक बनाने का रिकॉर्ड भी है। जो उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिआ के खिलाफ ही बनाया था।
चौथा नंबर पर हैं कैप्टन कूल एम.एस. धोनी। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिनकी अगुआई में भारत ने 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप के क़्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिआ को हराकर फाइनल ख़िताब जीता था। महेंद्र सिंह धोनी के नाम ऑस्ट्रेलिआ के ख़िलाफ़ 1660 दर्ज़ हैं। जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा ऑस्ट्रेलिआ के ख़िलाफ़ चौथा सर्वाधिक व्यक्तिगत रनों का रिकॉर्ड है।