सोनभद्र :। जिले के बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में बड़ा घोटाला सामने आया है,जहां गांव समाज की पट्टे की दी हुई जमीन पर कागजों में हेरफेर कर उसे भूमिधरी दिखाया गया। इसके बाद 2016 से अब तक अवैध रूप से खनन किया जा रहा है। वहीं प्रशासन के संज्ञान में यह मामला आने के बाद प्रशासन ने इस पूरे पट्टे का जांच कराया जिसमें यह पता चला कि पट्टे की जमीन को खरीद- फरोख्त कर उस जमीन को भूमिधरी दिखा कर उस पर खनन लीज लेकर यह खनन किया जा रहा है।
अपर जिलाधिकारी का बयान
पट्टे की जमीन सरकारी जमीन होती है और इस जमीन पर खरीद-फरोख्त करना और उसे भूमिधरी दिखाना यह गलत है, इस मामले में अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि,”यह एक शिकायती पत्र मिलने के बाद पूरा मामला जानकारी में आया इसके बाद यह जांच कराया गया तो पता चला कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में यह ग्राम समाज की जमीन थी जिस पर पट्टा आवंटन किया गया था। यह व्यक्तिगत उपयोग के लिए पट्टा आवंटित किया गया था लेकिन इस जमीन का खरीद फरोख्त करके इसे बाद भूमिधरी दिखाया गया और इस पर पर्यावरणीय एनओसी बनवाकर खनन लीज कराकर 2016 से अब तक अवैध खनन किया जाता रहा।
हालांकि ए डी एम ने यह भी बताया कि इस खदान पर लीज कराया गया था जिससे सरकार को औने पौने दामों में राजस्व मिलता रहा जबकि यह ईटेंडरिंग के दौरान किए जाने पर सरकार को भी इसमें अच्छी खासी राजस्व की प्राप्ति होती। वही इस पट्टे की जमीन से लेकर भूमिधरी बनाए जाने तक इसमें लिप्त दो अधिकारियों को भी दोषी माना गया है,हालांकि इस मामले की पूरी जांच अभी चल रही है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों पर उठे सवाल
दरअसल इस मामले की जाँच अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह के द्वारा कराया जा रहा है और अपर जिलाधिकारी ही खनन के प्रभारी अधिकारी है ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की इतने समय तक अधिकारियो को इस मामले की जानकारी क्यों नहीं हो पायी। जबकि समय समय पर खनन पट्टो का सत्यापन किया जाता रहा है।
रिपोर्ट:-प्रवीण पटेल…