मुरादाबाद :। ताजा मामला Moradabad के कुंदरकी थाना क्षेत्र का है जहां बीते दिनों खनन की सूचना मिलने के बाद उप जिला अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। वही उप जिलाधिकारी द्वारा हल्का पुलिस को बुलाया गया जिसमें आकाश राणा नाम का कॉस्टेबल भी मौजूद था। सूचना मिलने के बाद मौके पर क्षेत्रीय पत्रकार भी पहुंचते हैं लेकिन जैसे ही पत्रकार को कॉस्टेबल द्वारा देखा गया तो कॉस्टेबल आकाश राणा ने पत्रकार को कुत्ता शब्द बोला और कहा की, ”पत्रकार भी कुत्ते की तरह सूघते हुए घटना स्थल पर पहुंच जाते हैं।”
जिसकी कड़ी निंदा करते हुए क्षेत्रीय पत्रकार एसएसपी प्रभाकर चौधरी के पास कॉन्स्टेबल की शिकायत लेकर पहुंचे वही मौके पर एसएसपी नहीं मिले। जिसके बाद क्षेत्र अधिकारी सलोनी अग्रवाल को पत्रकारों ने शिकायती पत्र देकर अवगत कराया। वही क्षेत्र अधिकारी द्वारा जांच कराने की बात कही गई लेकिन सवाल तो यह है खाकी और नशे में चूर एक कॉस्टेबल पत्रकारों को इस तरीके के शब्द बोलते हुए क्या जाहिर करना चाहता था। इसी बात को लेकर मुरादाबाद जिले के सभी पत्रकारों में रोष व्याप्त है और खाकी धारी कॉस्टेबल आकाश राणा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।
जैसे कॉस्टेबल द्वारा पत्रकारों के सम्मान को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है ठीक वैसे ही कॉस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की मांग है। अब सवाल यह है की सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जब दुबई में पत्रकार के ऊपर अभद्रता एवं बदसलूकी करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कहते है, साथ-साथ एडीजी द्वारा भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे और कहा गया था पत्रकारों को सम्मान दिया जाए लेकिन उनके ही अधिकारी जिस तरीके से पत्रकारों के सम्मान में ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं, वह कहीं ना कहीं चिंता का विषय है और सरकार के किए गए वादों की पोल खुलती नजर आ रही है।
वहीं बात करें तो पीड़ित पत्रकार को अपनी जान का खतरा है और बताया कि मुझे थाना प्रभारी द्वारा एवं कॉस्टेबल द्वारा झूठे मुकदमे में फसाने की साजिश रची जा रही है और पीड़ित को फोन द्वारा तरह-तरह की धमकियां भी मिल रही है।