देश में मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में सभी जानते हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय राजनीति में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की पकड़ काफी ढीली हुई है। जिसकी वजह से अब UPA के नेतृत्व में बदलाव की मांग उठी है। यह मांग किसी और ने नहीं बल्कि महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी के सहयोगी दल शिवसेना ने की है।
शिवसेना ने अपने अखबार सामना में लिखा है कि विपक्ष को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है। इसलिए UPA की कमान अब एनसीपी लीडर शरद पवार को संभालनी चाहिए। यही नहीं सामना में राहुल गांधी की काबिलियत को भी कम बताया गया है और पीएम मोदी, अमित शाह के मुकाबले अन्य दलों की राजनीतिक स्ट्राटजी को कमजोर बताया है।
भविष्य को लेकर विपक्ष की चिंता
पीएम मोदी की सरकार केंद्र में आने के बाद देश के कई राज्यों में कांग्रेस पार्टी को मुंह की खानी पड़ी। यही नहीं जिन राज्यों में पार्टियों के साथ कांग्रेस का गठबंधन हुआ वहां पर भी बीजेपी का बोलबाला रहा। जिसे देखते हुए अब पूरा विपक्ष चिंता में है और आगे होने वाले चुनावों में बेहतर प्रदर्शन के लिए बड़े बदलाव करने की सोच रहा है।
बता दें UPA में कांग्रेस, एनसीपी, आरजेडी, जेडीएस, आरएलएसपी, डीएमके, एआईयूडीएफ, जेएमएम है। वहीं NDA में 40 पार्टियां हैं जिनमें 30 छोटी और 10 बड़ी पार्टियां हैं। जिसमें शिवसेना, जेडीयू, एआईएडीएमके, पीएमके, आदि पार्टियां हैं। अभी यूपी का नेतृत्व कांग्रेस पार्टी कर रही है वहीं एनडीए का नेतृत्व बीजेपी।