उत्तर प्रदेश चुनाव में पहले चरण का मतदान हो चूका है और बाकि तीन चरण के चुनाव भी जल्द ही हो जाएंगे। ऐसे में चुनावी सरगर्मी को उन्नाव में मिली एक दलित युवती के शव ने बढ़ा दिया है। उन्नाव में दो महीने पहले गुम हुई युवती का शव मिला जिसकी मां ने हाल ही में अपनी बच्ची को ढूंढते हुए अखिलेश यादव के पास पहुंची थी।
महिला का कहना था की सपा सरकार में मंत्री रहे स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने अघवा कर लिया और उसी पर परिवार युवी की हत्या का आरोप भी लगा रहा है। पूर्व मंत्री के बेटे रजोल द्वारा युवती की हत्या की घटना में परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
बेटे को सरकारी नौकरी, पक्की छत, 25 लाख रुपए व दोषियों को फांसी की सजा की मांग कर पिता व मां ने लिखित मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट व एएसपी शशि शेखर सिंह को सौंप दिया। इसपर राजनितिक रोटियां सेंकने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी शंकर लाल गौतम वहां पहुंचे और उस युवती को अपना परिवार बताने लगे।
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जब उनसे नाम पूछा गया तो वो बता नहीं पाए। परिवार ने उन्हें वहां से जाने को कहा, इसके बाद से ही तमाम राजनीतिक दलों ने इस मामले पर अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी और सपा को घेरा। इस मुद्दे का असर उन्नाव छेत्र में दखने को मिल सकता है जिसका ख़मयाज़ा सपा को उठाना पड़ सकता है।