बनते काम बिगड़ रहे है तो Hanuman Chalisa की इन चौपाइयों का करें पाठ

Hanuman जी ही एक ऐसे भगवन है जो साक्षात् इस धरती पर मौजूद है। द्वापर और त्रेता युग में उन्होंने कई देवी देवताओं की मदद की और बुरी शक्तियों का नाश किया।

उन्हे भगवन श्री राम ने चिरंजीवी होने का वरदान दिया है। ताकि वे इस धरती पर रहकर सदा भक्तों की सहायता करते रहें। भगवन हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है। किसी के ऊपर कितना भी बड़ा संकट या विघ्न क्यों न हो अगर वो हनुमान जी को सच्चे मन से याद करता है तो वे उस संकट और विघ्न को हर लेते है।

आपने भी देखा होगा रामायण और महाभारत में हनुमान जी ने कितने देवी-देवताओं की मदद की और बड़े-बड़े संकटों को काट दिया। तो आप सोचिये आज कल की समस्या या संकट उनके आगे क्या है।

बस जरुरत है तो सच्चे मन से हनुमान जी को याद करने की। इसके लिए आप हनुमान चालीसा की कुछ चौपाइयों का पाठ कर सकते है।

बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरो पवन कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु कलेश विकार।।

अर्थ-हे पवन कुमार मैं आपका स्मरण करता हूं, आप तो जानते ही होंगे कि मेरा शरीर और बुद्धि निर्बल है। मुझे शारीरिक बल और सद्बुद्धि तथा ज्ञान प्रदान कीजिए और मेरे सभी दुखों व दोषों को नष्ट कर दीजिए।

दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

अर्थ- संसार में जितने भी कठिन से कठिन कार्य हैं, वे सभी आपकी कृपा से सहज और सुलभ हो जाते हैं।

नासै रोग हरे सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत वीरा।।

अर्थ- हे वीर हनुमान जी आपके नाम का निरंतर जाप करने से सब रोग नष्ट हो जाते हैं और सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले जान ले अर्थ

अर्थ- जो व्यक्ति आपको याद करता है, उसके सभी संकटों को आप
हर लेते हैं और उसकी सभी पीड़ाओं को आप दूर करते हैं।

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