कानपुर :। जिले की जाने मानी बन्द पड़ी लाल इमली मील के कर्मचारियों का दर्द एक बार फिर से सड़कों पर देखने को मिला, जिसको जिस भी राहगीर ने देखा उसने ऊपर वाले से उस कर्मचारी के परिवार के लिए दुआ मांगी, जो की जीते जी बन्द पड़ी लाल इमली के खुलने का इंतज़ार कर रहा था लेकिन दिल्ली से आई एक खबर ने उसकी सांसों को थम दिया और हमेशा हमेशा के लिए अनूप यादव की आंखे बंद हो गयी।
जिसकी सूचना मिलते ही लाल इमली से जुड़ी सभी कमेटी और यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की भीड़ अनुप यादव के घर जा पहुंची, जहां शोक सवेंदना के बाद यूनियन के नेताओं ने अनूप यादव के शव को लाल इमली गेट ले गए जहां सभी की सहमति के बाद अनूप की अर्थी को बीच सड़क पर रखते हुए जाम लगा दिया और सरकार को म्रतक की बेटी और बेटे के पालन पोषण का हवाला देते हुए मुआवजे की मांग की, जिसमें उनका कहना था कि म्रतक अनूप यादव लाल इमली में बतौर सेफ्टी अधिकारी के पद पर कार्यरत थे लेकिन पिछले 28 महीनों से किसी भी प्रकार का कोई वेतन उन्हें दिया गया था।
तभी बीती 3 दिसम्बर 2020 की शाम को दिल्ली से आई वर्कलोड बढ़ने की सूचना ने उन्हें हैरान कर दिया जिसका शारीरिक ऐसा दवाब पड़ा कि हार्ट अटैक पड़ने से अनूप यादव की मौत हो गयी। वहीं सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा है कि अनूप यादव के निधन की खबर को विधानसभा के सदन में रखा जाएगा।