• रूस ने किया कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा
• WHO ने नहीं दी मंजूरी
• अमेरिका ने भी रुसी वैक्सीन पर उठाये सवाल
पूरी दुनिया में इस समय corona तबाही मचा रहा है। ऐसे में सभी देश जल्द से जल्द कोरोना की वैक्सीन बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इस समय दुनियाभर में लगभग 200 vaccine का ट्रायल चल रहा है। लेकिन इस बीच रूस के राष्ट्रपति Vladimir Putin ने घोषणा की कि रूस ने दुनिया की पहली Corona vaccine बना ली है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने मंगलवार को ऐलान किया कि दुनिया की पहली corona वैक्सीन रूस ने बना दी है और स्वास्थ्य मंत्रालय से इसकी मंजूरी भी मिल चुकी है। Putin ने यह भी बताया कि “Sputnik V” का ट्रायल कई लोगों पर किया गया है, जिनमें उनकी बेटी भी शामिल है।
Russia के इस दावे के बाद से दुनियाभर के देश वैक्सीन “स्पूतनिक वी” की मांग कर रहे हैं। रूस के RDIF के डायरेक्टर ने बताया कि ‘हमसे कई देशों ने वैक्सीन के करोड़ों डोज लेने के लिए संपर्क किया है। कुछ देशों के साथ हमारी DEAL भी हो चुकी है। 5 देशों में इस vaccine के लगभग 50 करोड़ डोज हर साल बनेंगे। इसको एक बार लगाने के बाद इसका असर लगभग 2 साल तक रहेगा।
रूस की वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ ने क्यों नहीं दी मंजूरी
रूस द्वारा वैक्सीन बनाने के दावे के बाद (WHO) वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जिससे रुसी वैक्सीन सवालों के घेरे में खड़ी नजर आ रही है। who ने कहा की रूस ने “स्पूतनिक वी” की पूरी जानकारी नहीं भेजी है। अभी दो चरणों का ट्रायल हुआ है और तीसरे चरण का ट्रायल होना है। ऐसे में जब तक ट्रायल पूरा ना हो जाए तब तक वैक्सीन का उत्पादन शुरू नहीं होना चाहिए।
अमेरिका ने भी उठाए सवाल
रुसी वैक्सीन Sputnik V पर अमेरिका ने भी सवाल उठाए हैं। संक्रामक रोग के विशेषज्ञ एंथनी ने कहा कि रूस ने वैक्सीन बनाने का दावा कर दिया है। लेकिन अभी तीसरे चरण का ट्रायल होना बाकी है। vaccine को सुरक्षित और प्रभावी साबित करना दोनों अलग-अलग बातें हैं। अभी ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है, जिससे vaccine पर विश्वास किया जा सके।