जून महीने में बाबा रामदेव ने दावा किया था कि उन्होंने कोरोना की दवा बना ली है, जिसका नाम coronil है। जिस पर उस समय काफी बवाल हुआ था। पहले आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी, इसके बाद बाबा रामदेव के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हुई। हालांकि बाद में जांच पूरी होने के बाद आयुष मंत्रालय ने Coronil को अनुमति दे दी थी।
कोरोना काल में जून के महीने में एक क्षण ऐसा आया, जब एक महापुरुष (योगगुरु रामदेव) ने कहा कि उन्होंने कोरोना की दवाई बना ली है। उनका कोई नुकसान नहीं हुआ। उनकी दवाइयां बिक गईं।कोरोना काल में किस तरह से आयुर्वेद का गलत इस्तेमाल किया गया है, इसका हमें ध्यान रखना चाहिए: मनोज झा, RJD pic.twitter.com/BCyMUNu5qv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2020
इसी दवा को लेकर आज राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज झा ने बाबा रामदेव पर निशान साधा। संसद में उन्होंने कहा कि कोरोना काल में एक क्षण ऐसा आया जब एक महापुरुष ने कहा कि उन्होंने corona की दवाई बना ली है। उनका कोई नुकसान नहीं हुआ, उनकी दवाइयां बिक गई। कोरोना काल में किस तरह से आयुर्वेद का गलत इस्तेमाल किया गया है। इसका हमें ध्यान रखना चाहिए।
दरअसल कोरोनिल को लेकर बाबा रामदेव पर आरोप लगा था कि उन्होंने इम्यूनिटी बूस्टर बनाने के लिए आयुष मंत्रालय से लाइसेंस लिया था तो फिर कोरोना की दवा कैसे बना ली। इसके बाद बाबा रामदेव ने अपनी सफाई दी और बाद में आयुष मंत्रालय ने दवा को इम्यूनिटी बूस्ट के रूप में बिक्री के लिए अनुमति दे दी।