करीब 40 दिन किसान आंदोलन को होने को है और इनमें कई तरह की अफवाह फैलाई गई। जैसे कॉरपोरेट हाउसेस किसानों की जमीन पर कब्जा कर लेंगे और इनमें सबसे ज्यादा आरोप रिलायंस इंडस्ट्रीज का नाम लेकर लगाए जाते थे। इसी पर अब रिलायंस की ओर से बयान जारी किया गया है।
Reliance industries की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि उनका कारपोरेट फोन किया कांटेक्ट वॉर्मिंग से कोई लेना देना नहीं है और ना ही इन सेक्टरों में उतरने का कोई इरादा है।
कारपोरेट फार्मिंग और कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कभी कोई जमीन नहीं खरीदी है और ना ही खेती के लिए कोई जमीन खरीदेगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी कहा कि वे किसानों से सीधे अनाज नहीं खरीदते हैं। वह सप्लायर किसानों से सिर्फ एमएसपी पर खरीदारी करते हैं। कम कीमत पर खरीदारी के लिए कोई लॉन्ग टर्म कांटेक्ट नहीं किया है।
किसानों के साथ लेकिन हुड़दंग करने वालों के खिलाफ
किसान आंदोलन के दौरान पंजाब में रिलायंस के करीब 1500 टावर को क्षतिग्रस्त किया गया। इसको लेकर रिलायंस ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में और दंगाइयों के खिलाफ याचिका दायर की है। रिलायंस की ओर से कहा गया कि वे किसानों के साथ है लेकिन हुड़दंग करने वालों के खिलाफ है।